तेजस्वी के 17 महीने के जंगलराज से तंग होकर ही नीतीश एनडीए में वापस आए : नित्यानंद राय

पटना। एक तरफ पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपने 17 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि इस दौरान लाखों लोगों को नौकरी और रोजगार मिले हैं, वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने आरोप लगाया है कि 17 महीने में विकास ठप पड़ गया था। उन्होंने कहा कि आरजेडी जब सरकार में था, तब अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ गया था। दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव वीडियो जारी कर रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि 17 महीने में उन्होंने बिहार के लिए बहुत काम किया है लेकिन सच्चाई यही है कि 17 महीने जब वह सत्ता में रहे, उन्होंने लूट-खसोट किया। उस दौरान विधि-व्यवस्था चरमरा गई थी। भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया, साथ ही अपराधियों को संरक्षण दिया गया। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव और आरजेडी के कारनामे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परेशान हो गए थे। यही वजह है कि वह एनडीए के साथ आ गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आकर बिहार के विकास करने में लगे हुए हैं। नित्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव कुछ भी कह लें लेकिन जनता जानती है कि वह परिवारवाद और भ्रष्टाचार के पोषक हैं और अपराधियों को संरक्षण देने वाले हैं। नित्यानंद राय ने कहा की 17 महीनों में जो तेजस्वी के कारण बिहार की विधि-व्यवस्था चौपट रही है। विकास उनके कारण बाधित रहा है और अपराधियों को जो संरक्षण मिलता था आरजेडी और तेजस्वी के द्वारा, जिस कारण ही तो नीतीश जी तबाह थे और एनडीए में आए। इस दौरान नित्यानंद राय ने कहा कि चिराग पासवान की नाराजगी को गलत बताया। उन्होंने कहा कि एनडीए में सीट शेयरिंग पर बातचीत अंतिम दौर में है, जल्द ही सीटों का ऐलान हो जाएगा। वहीं, सीएए पर कहा कि जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं, उनके अंदर मानवता साफ खत्म हो गया है। वोट के लालच में वह इस कानून का विरोध कर रहे हैं।

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