खबरें बाढ़ की : रेल यात्रियों को भारी परेशानी, फर्जी मजदूरों के नाम पर राशि की निकासी, पेयजल का मेन पाइप क्षतिग्रस्त

बाढ़ में रेल यात्रियों को भारी परेशानियों का करना पड़ा सामना
बख्तियारपुर/बाढ़। बिहार में जगह-जगह अग्निपथ योजना को लेकर पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर छात्रों का उग्र आंदोलन देखने को मिला। पटना के बख्तियारपुर के बाईपास रोड में शुक्रवार को छात्रों ने सेना के अग्निपथ योजना के विरोध में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने इस योजना को अलोकतांत्रिक बताते हुए वापस लेने की मांग की। इस दौरान वाहनों की आवाजाही ठप रही। वहीं बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन पर पुलिस द्वारा सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सुबह 7 बजे से ही रेल यातायात व्यवस्था चरमरा गई और 8 बजे के पहले तक पूरी तरह से रेल यातायात व्यवस्था ठप हो गई थी। ाात्रा करने बाढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों को जब यह पता लगा कि ट्रेन आने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है तो टिकट काउंटर पर यात्रियों ने अपने टिकट वापस करते हुए पैसे की मांग करने लगे, जिसको लेकर टिकट काउंटर पर अफरातफरी का आलम बना रहा। टिकट कैंसिल करवाने के लिए यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

वृक्षारोपण योजना का बिना काम किए फर्जी मजदूरों के नाम पर राशि की निकासी
बाढ़। बिहारी बीघा आदर्श पंचायत के रूप में अपनी पहचान बनाई है, लेकिन कुछ ऐसे भी काम इस पंचायत में हो रहे हैं जो पंचायत के सेहत के लिए अच्छी नहीं है। ताजा मामला वृक्षारोपण योजना का गलत तरीके से राशि निकालने का है। एक साल पहले बिहारी बीघा पंचायत के तत्कालीन मुखिया के कार्यकाल में विभिन्न इलाकों में 16 यूनिट वृक्षारोपण की गई थी, कुल 3200 वृक्ष लगाए गए थे लेकिन समय पर मजदूरों को पैसा नहीं मिलने और सही तरीके से देखभाल नहीं होने के कारण अधिकांश पेड़ पौधे मर गए, लेकिन जब पंचायत में नए जनप्रतिनिधि ने जीत हासिल कर पंचायत की कमान संभाला तो पीआरएस मुकेश कुमार को अपने विश्वास में लेकर फर्जी मजदूरों का नाम एंट्री करते हुए गलत तरीके से करीब 2 से ढाई लाख रुपए की राशि निकाल ली गई और फर्जी मजदूरों के खाते में पैसे डालकर दलाल किस्म के लोगों ने मजदूरों के खाते से पैसे निकलवा कर अपने पास रख लिया। वहीं कई महीने तक पौधे की देखभाल करने वाले वास्तविक मजदूर सब कुछ देखकर हैरान रह गए। अब यह मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ सकता है। लोगों ने इसकी शिकायत प्रोग्राम पदाधिकारी पंडारक से की है और भ्रष्ट पीआरएस को यथाशीघ्र हटाते हुए उस पर कार्यवाही की मांग की है।

पेयजल का मेन पाइप क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों में आक्रोश, वाहन रोक कर किया विरोध
बाढ़। पटना के पंडारक प्रखंड के बिहारी बीघा गांव में निर्माणाधीन फोरलेन के पास गांव में जाने वाले पेयजल का मेन पाइप वाहन के आने जाने से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे सड़क पर पानी बिखर जाने के चलते पेयजल समस्या का सामना करते करते ग्रामीण परेशान हो गए और अंतत: शुक्रवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों ने निर्माणाधीन फोर लाइन पर सभी वाहन को करीब 2 घंटे तक रोक कर विरोध किया। इसी दौरान फोर लाइन में कार्यरत प्रोजेक्ट के अधिकारी मेजर गुरुचरण भुल्लर ग्रामीणों के सामने पहुंचे और ग्रामीणों की गलती बता कर उनके साथ बहस करने लगे। भुल्लर ने सारा दोष पीएचईडी विभाग पर मढ़ दिया। जिससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने विरोध किया तो वह वहां से निकल पड़े। वहीं फोरलेन में कार्यरत कर्मचारी पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने बुझाने लगे। जिसके बाद उन्होंने पाइप बनाने का भरोसा दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने वाहनों को जाने दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि जब से फोर लाइन का काम प्रारंभ हुआ है तब से रात-दिन धूल और प्रदूषण का सामना करते आ रहे हैं। योजना स्थल पर सही तरीके से पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है, जिसके कारण धूल मोटी परत घर के ऊपर जाकर जमा हो जाता है। ग्रामीणों को डर है कि कहीं कोई बीमारी ना हो जाए।

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