पटना में 16 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या, बिस्तर पर मिली लाश, जांच में जुटी पुलिस

पटना। जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र के नवादा पंचायत अंतर्गत लालाबागी गांव में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक 16 वर्षीय किशोर राज कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना उस समय हुई जब राज कुमार अपने निर्माणाधीन घर में रात को सो रहा था। सुबह जब उसकी मां और बहन उसे जगाने पहुंचीं, तो उन्होंने देखा कि राज कुमार खून से लथपथ बिस्तर पर पड़ा है। उसकी कनपटी पर गोली लगी हुई थी और कमरे में खून फैला हुआ था। राज कुमार के परिवार की स्थिति पहले से ही कठिन थी। उसके पिता की मौत लगभग दस साल पहले सड़क दुर्घटना में हो चुकी थी। परिवार को सरकार से मुआवजे के रूप में कुछ राशि मिली थी, उसी से नया घर बनवाया जा रहा था। हालांकि, पिछले वर्ष घर में चोरी होने के बाद निर्माण कार्य अधूरा ही रह गया। ऐसे हालात में यह घटना परिवार के लिए गहरे सदमे का कारण बन गई। मृतक की मां ने बताया कि कुछ महीनों पहले उनके बेटे और पास ही रहने वाली एक लड़की के प्रेम संबंधों की चर्चा गांव में फैल गई थी। लड़की के परिजनों ने यह मुद्दा उठाया था और यहां तक कहा था कि दोनों ने भागने की योजना बनाई थी। हालांकि, उस समय राज कुमार घर पर ही था। मृतक की मां ने स्वीकार किया कि यदि दोनों शादी करना चाहते तो उन्हें इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी और वे लड़की को बहू के रूप में स्वीकार कर लेतीं। लेकिन लड़की के परिवार को यह संबंध मंजूर नहीं था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में प्रेम प्रसंग को हत्या का मुख्य कारण माना जा रहा है। बाढ़ के एसडीपीओ-2 अभिषेक सिंह ने बताया कि मृतक के प्रेम संबंध से नाराज लड़की के भाई ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। आरोपी की पहचान हो चुकी है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि हत्या में सहयोग करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र करने के लिए एफएसएल टीम को बुलाया है। साथ ही, आस-पड़ोस के कई लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारणों और गोली चलाए जाने की सटीक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। यह घटना न केवल मृतक परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए स्तब्ध करने वाली है। एक किशोर, जो अभी जीवन की शुरुआत कर रहा था, को प्रेम संबंधों की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी। यह मामला समाज में व्याप्त उस कट्टर सोच को भी उजागर करता है, जहां प्रेम और रिश्तों के नाम पर अब भी हिंसा की घटनाएं घटती रहती हैं। पुलिस की चुनौती अब सिर्फ आरोपी की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि इस बात की भी है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
