मुजफ्फरपुर में तीन नाबालिक छात्राएं लापता, तीन दिनों से कोई सुराग नहीं, परिजनों ने जताई अनहोनी की आशंका

मुजफ्फरपुर। जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र से तीन नाबालिग लड़कियों के अचानक लापता हो जाने की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी है। सभी छात्राएं एक ही गांव की रहने वाली हैं और गुरुवार को बैंक के काम से घर से निकली थीं। बताया जा रहा है कि वे मोतीपुर चौक स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में केवाईसी कराने के लिए गई थीं, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटीं। जब परिवार वालों ने रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों से संपर्क किया, तो भी उनका कोई सुराग नहीं मिला।
परिजनों ने जताई अनहोनी की आशंका
तीनों लड़कियों के अचानक गायब हो जाने से उनके परिजन बेहद चिंतित हैं। एक छात्रा के पिता ने थाने में आवेदन देकर आशंका जताई है कि लड़कियों का अपहरण कर लिया गया है और उनके साथ कोई अनहोनी हो सकती है। परिजनों का कहना है कि वे साधारण किसान परिवार से हैं और इस तरह की घटना ने उन्हें भयभीत कर दिया है। उन्होंने प्रशासन से अपनी बेटियों की सकुशल वापसी की गुहार लगाई है।
थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी, पुलिस जांच में जुटी
परिजनों द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर मोतीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। ग्रामीण एसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने बताया कि तीनों नाबालिग लड़कियों के लापता होने की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई है। उन्होंने बताया कि बैंक और आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला जा रहा है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि तीनों कहां गईं या उनके साथ कौन लोग देखे गए।
पुलिस का दावा- जल्द होगी बरामदगी
पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीनों बच्चियों की सकुशल बरामदगी के लिए विशेष टीम बनाई गई है और विभिन्न संभावित स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। तकनीकी संसाधनों की मदद से मोबाइल लोकेशन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सूचनाओं की भी जांच की जा रही है। ग्रामीणों और आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर सुराग जुटाने की कोशिश हो रही है।
गांव में फैली बेचैनी, लोग कर रहे प्रार्थना
इस घटना के बाद गांव में अफरातफरी और बेचैनी का माहौल है। लोग अपने-अपने स्तर पर जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं। हर कोई यही चाहता है कि तीनों छात्राएं सुरक्षित घर लौटें। गांव के लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि मामले को गंभीरता से लिया जाए और जल्द से जल्द बच्चियों को खोजा जाए। इस घटना ने एक बार फिर से नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं और अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है।
