मंत्री बोले : नीम-हकीम योजना के तहत बिहार के अस्पतालों में लगेंगे नीम के पेड़

  • आद्री द्वारा वर्ष 2020-2021 के दौरान किये गये अध्ययन पर प्रकाशित रिपोर्ट का विमोचन

पटना। पटना शहर के परिवेशीय वायु में उपस्थित कण-पदार्थ पर टेरी व सेंटर फॉर इन्वारमेंट, इनर्जी एवं क्लाइमेंट चेंज, आद्री द्वारा वर्ष 2020-2021 के दौरान किये गये अध्ययन पर प्रकाशित Receptor Modelling Based Source Apportionment study of Ambient Particular Matter in Patna City (Bihar)- 2021 का विमोचन शुक्रवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू द्वारा किया गया। इस दौरान विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह उपस्थित थे।
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ग्लोबल वार्मिंग एक वैश्विक समस्या है। राज्य में परिवेशीय वायु के सतत आकलन हेतु पूर्व से स्थापित सतत परिवेशीय वायु गुणवत्ता प्रबोधन केन्द्र के अलावा विभिन्न जिलों में 24 अतिरिक्त केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं। सरकार के उज्जवला योजना के अंतर्गत गरीब महिलाओं को रसोई के प्रदूषण से काफी राहत मिली है। राज्य में वायु प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु करीब 5 करोड़ पेड़-पौधे लगाये जा रहे है। नीम-हकीम योजना के तहत राज्य के अस्पतालों में नीम के पेड़ लगाये जाने की योजना है। जिससे उस इलाके में वायु प्रदूषण में सुधार होगा उन्होंने आह्वान किया कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को प्रदूषण के स्तर को कम करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार घोष ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में पर्यावरण संरक्षण के हित में सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसे हर स्तर पर सख्ती से लागू कराने की आवश्यकता है।
फेलो और क्षेत्र संयोजक, टेरी, नई दिल्ली के डॉ. आर. सुरेश द्वारा रिपोर्ट का निष्कर्ष प्रस्तुत किया गया। उनके अनुसार 2020-21 में किया गया अध्ययन इसके पूर्व 2018-19 में किये गये अध्ययन का पूरक है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में आगत अतिथियों का स्वागत पर्षद् के सदस्य-सचिव एस. चन्द्रशेखर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन पर आद्री के सदस्य-सचिव प्रो. प्रभात पी. घोष द्वारा आगत अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। समारोह में ब्लूमबर्ग फिलेन्थ्रोपीज की भारत समन्वयक (जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम) सुश्री पूजा तिवारी, टेरी की निदेशिका सुरूची बरंडवाल आदि उपस्थित थे।

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