पूर्णिया में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा : सरगना समेत 3 गिरफ्तार, भारी मात्रा में अर्धनिर्मित हथियार बरामद

पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया में धमदाहा के कुकरौं में मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी। वो भी एक घर के अंदर। बता दे की यहां अवैध तरीके से पिस्टल बनाने के लिए कई तरह की मशीनें लगाई गई थीं। चुपचाप तरीके से काम चल रहा था। अवैध हथियार के सौदागरों को इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि उनके कारनामों के बारे में पुलिस को पता चल चुका है। बता दे की प्लान बनाकर 2 राज्यों की पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत कार्रवाई की है। इसमें बिहार और पश्चिम बंगाल की STF के साथ ही पूर्णिया पुलिस की टीम शामिल थी। वही इस कार्रवाई के बाद मंगलवार को इस मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ। छापेमारी कर सरगना समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें मुंगेर के कासिम बाजार थाना के तहत चुआबाग का मो. शाहिद, मो. शाहबुद्दीन और भागलपुर के मिल्की बाजार का मो. सोनू उर्फ शाहनवाज आलम शामिल है।
बड़े पैमाने पर चल रहा था हथियार बनाने का काम
वही इस कार्रवाई के दौरान अर्धनिर्मित 20 पिस्टल के सेट बरामद किए गए हैं। वही इसके अलावा एक देशी पिस्टल, 3 ड्रील मशीन, 2 मिलिंग मशीन, 2 लेथ मशीन, 1 ग्राइंडर मशीन, 16 स्लाइड, 12 प्लेट बॉडी, 50 बैरल बॉडी, 60 पीस लोहा का रड और पिस्टल बनाने के दूसरे सामान बरामद किए गए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि मिनी गन फैक्ट्री के अंदर बड़े स्तर पर अवैध हथियार बनाने का काम चल रहा था। बिहार STF को इस मिनी गन फैक्ट्री के बारे में कोलकाता पुलिस से क्लू मिला था। क्योंकि, उनकी टीम अपने यहां के एक केस की जांच कर रही थी। वही इसके बाद ही वहां से STF की टीम बिहार आई। जिस घर में अवैध हथियार बनाए जा रहे थे, वो सौरव चौधरी का है। छापेमारी के दौरान टीम के हाथ वो नहीं लगा। वही इस मिनी गन फैक्ट्री को चलाने वाला मो. शाहिद है। अवैध हथियारों के इस गैंग का मुख्य सरगना भी है। पिछले कितने दिनों से हथियार बनाने का काम ये और इसके गैंग के लोग कर रहे थे? वही इस बारे में STF या जिला पुलिस की तरफ से कुछ भी बताया नहीं गया है।

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