गया में अधेड़ मजदूर की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग, इलाके में फैली दहशत
गया। बिहार के गया जिले से एक बार फिर दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। बुधवार देर रात एक अधेड़ मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर वारदात को अंजाम दिया और अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। मृतक की पहचान मदन राजवंशी के रूप में हुई है, जो मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे।
घटना का स्थान और समय
यह घटना नीमचक बथानी थाना क्षेत्र के गोपाल नगर गांव में हुई। यह गांव गया और नालंदा जिले की सीमा के पास स्थित है और चारों ओर से जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ इलाका माना जाता है। बुधवार की रात मदन राजवंशी गांव में ही कुछ लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे। रात का सन्नाटा और गांव की शांत स्थिति अचानक गोलियों की आवाज से टूट गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक अपराधी वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुके थे।
आपसी विवाद से शुरू हुई कहासुनी
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार घटना की जड़ आपसी विवाद बताई जा रही है। मदन राजवंशी गांव के ही कुछ लोगों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। पहले यह विवाद केवल शब्दों तक सीमित था, लेकिन धीरे-धीरे मामला इतना बढ़ गया कि हथियार निकाल लिए गए। देखते ही देखते अपराधियों ने मदन राजवंशी को चारों ओर से घेर लिया और सामने से ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
ताबड़तोड़ फायरिंग से मौके पर मौत
अपराधियों ने मदन राजवंशी के शरीर में एक के बाद एक कई गोलियां दाग दीं। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उन्हें कुल कितनी गोलियां लगीं, लेकिन फायरिंग इतनी बेरहमी से की गई कि वे खून से लथपथ होकर वहीं जमीन पर गिर पड़े। परिजन और ग्रामीण जब तक उन्हें संभाल पाते और अस्पताल ले जाने की तैयारी करते, तब तक उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। इस निर्मम हत्या ने गांव के लोगों को स्तब्ध कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही नीमचक बथानी थाना के थानेदार देवेंद्र पांडे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी। घटनास्थल से कई खोखे भी बरामद किए गए हैं, जिससे यह साफ है कि अपराधियों ने कई राउंड फायरिंग की थी। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है और घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने में जुटी हुई है।
एसडीपीओ का बयान और पुलिस की रणनीति
घटनास्थल पर पहुंचे नीमचक बथानी के एसडीपीओ सुरेश सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला आपसी रंजिश से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। हत्या में शामिल लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। इसके साथ ही संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिजनों का दर्द और गांव का माहौल
हत्या की खबर मिलते ही मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोग इस सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। मदन राजवंशी मजदूरी कर किसी तरह परिवार का खर्च चलाते थे। उनके अचानक चले जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वहीं गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर महसूस कर रहे हैं। हर कोई इस बात से सहमा हुआ है कि मामूली विवाद ने इतनी बड़ी हिंसक घटना का रूप ले लिया।
इलाके का पुराना आपराधिक इतिहास
गोपाल नगर गांव और इसके आसपास का इलाका पहले भी नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है। एक समय ऐसा था जब दिनदहाड़े हथियारों के साथ नक्सली यहां बैठकों का आयोजन किया करते थे। जंगल और पहाड़ों से घिरा होने के कारण यह इलाका लंबे समय तक संवेदनशील बना रहा। हालांकि हाल के वर्षों में स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन इस तरह की घटनाएं फिर से पुराने खौफ को जिंदा कर देती हैं।
अपराध पर लगाम की चुनौती
इस हत्या ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। आपसी विवाद का इस तरह हिंसक रूप लेना दर्शाता है कि समाज में सहनशीलता की कमी बढ़ती जा रही है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच तेज कर दी है और दावा किया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी अपराधियों तक पहुंच पाती है और इलाके में लोगों का खोया हुआ भरोसा कब बहाल होता है।


