January 1, 2026

क्रिसमस के दिन नहीं होगा मेट्रो का परिचालन, तकनीकी खराबी के कारण फैसला, 76 दिन बाद बंद हुई सेवाएं

पटना। पटना में क्रिसमस का त्योहार जहां एक ओर उत्साह और खुशियों के माहौल में मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मेट्रो यात्रियों को निराशा का सामना करना पड़ा है। गुरुवार को क्रिसमस के दिन पटना मेट्रो का परिचालन पूरी तरह बंद रहेगा। तकनीकी खराबी के कारण यह फैसला लिया गया है। खास बात यह है कि मेट्रो सेवाएं शुरू होने के करीब 76 दिन बाद पहली बार इस तरह से बंद की गई हैं, जिससे नियमित यात्रियों को खासा असुविधा हुई है।
तकनीकी खराबी बनी वजह
पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इस संबंध में एक सार्वजनिक सूचना जारी कर बताया है कि बुधवार को मेट्रो में अप्रत्याशित तकनीकी समस्या सामने आई थी। इस कारण उसी दिन से मेट्रो सेवाओं को रोकना पड़ा। तकनीकी टीम द्वारा लगातार प्रयास किए जाने के बावजूद गुरुवार तक समस्या का समाधान नहीं हो सका, जिसके चलते क्रिसमस के दिन भी मेट्रो का संचालन नहीं हो पाएगा। मेट्रो प्रबंधन का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए बिना पूरी तरह समस्या दूर किए ट्रेन चलाना उचित नहीं होगा।
मेट्रो प्रबंधन की अपील
पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अप्रत्याशित तकनीकी खराबी के कारण मेट्रो सेवाएं अस्थायी रूप से जनता के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगी। तकनीकी टीम समस्या को जल्द से जल्द हल करने में जुटी हुई है। यात्रियों से हुई असुविधा के लिए मेट्रो प्रबंधन ने खेद व्यक्त किया है और लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। साथ ही यह भी कहा गया है कि सेवाएं दोबारा शुरू होने से संबंधित जानकारी आधिकारिक माध्यमों से साझा की जाएगी।
हाल ही में शुरू हुई थी सेवा
पटना मेट्रो की प्रायोरिटी कॉरिडोर सेवा का उद्घाटन 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। इसके अगले दिन यानी 7 अक्टूबर से आम यात्रियों के लिए मेट्रो का संचालन शुरू हो गया था। राजधानी पटना के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही थी, क्योंकि इससे शहर में यातायात की समस्या को कम करने की दिशा में एक नया विकल्प मिला था। मेट्रो शुरू होने के बाद से ही लोग बड़ी संख्या में इसका उपयोग कर रहे थे।
मौजूदा रूट और किराया
वर्तमान समय में पटना मेट्रो का संचालन भूतनाथ, जीरो माइल और आईएसबीटी स्टेशनों के बीच किया जा रहा है। इन तीनों स्टेशनों के बीच यात्रा के लिए यात्रियों को मात्र 15 रुपये किराया देना पड़ता है। किफायती किराए और आधुनिक सुविधाओं के कारण मेट्रो धीरे-धीरे लोगों की पहली पसंद बनती जा रही थी। रोजाना सैकड़ों यात्री मेट्रो से सफर कर रहे थे, ऐसे में अचानक सेवा बंद होने से लोगों को वैकल्पिक साधनों पर निर्भर होना पड़ रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था और संचालन की विशेषताएं
पटना मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डबल लेयर सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों को दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता है। बैगेज स्कैनिंग, मेटल डिटेक्टर और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती से स्टेशन परिसर को सुरक्षित बनाया गया है। मेट्रो की अधिकतम रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है, ताकि शहर के भीतर सुरक्षित और सुगम यात्रा सुनिश्चित की जा सके।
नए स्टेशनों की तैयारी
मेट्रो प्रबंधन के अनुसार नए साल में पटना मेट्रो में दो नए स्टेशन भी जुड़ जाएंगे। मलाही पकड़ी स्टेशन पर सिविल और स्ट्रक्चर से जुड़े सभी काम पूरे कर लिए गए हैं। वहीं खेमनीचक स्टेशन पर अलाइनमेंट और आंतरिक निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। खेमनीचक एक कनेक्टिंग स्टेशन है, इसलिए इसका निर्माण बेहद अहम माना जा रहा है। इस स्टेशन के चालू होने से अन्य रूट पर भी मेट्रो परिचालन की संभावनाएं बढ़ेंगी।
अंतिम चरण में काम
अधिकारियों के मुताबिक नए स्टेशनों को शुरू करने से पहले टेस्टिंग, सिग्नलिंग और सुरक्षा मूल्यांकन जैसे अंतिम चरण की प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। इन सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि भविष्य में तकनीकी समस्याओं की संभावना को कम किया जा सके। हालांकि मौजूदा तकनीकी खराबी ने यह भी दिखा दिया है कि नई प्रणाली में सुधार और सतर्कता की अभी और जरूरत है।
अंडरग्राउंड कॉरिडोर की योजना
पटना मेट्रो परियोजना के तहत पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर तक लगभग 9.35 किलोमीटर लंबा अंडरग्राउंड कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। यह कॉरिडोर शहर के व्यस्त इलाकों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। इसके पूरा होने के बाद पटना में यातायात का स्वरूप काफी हद तक बदलने की उम्मीद है। क्रिसमस के दिन पटना मेट्रो का बंद रहना निश्चित रूप से यात्रियों के लिए निराशाजनक है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह फैसला जरूरी माना जा रहा है। तकनीकी खराबी को जल्द दूर कर सेवाएं बहाल करने की कोशिश जारी है। मेट्रो प्रबंधन के सामने अब यह चुनौती है कि भविष्य में ऐसी समस्याएं दोबारा न हों और लोगों का भरोसा इस नई परिवहन व्यवस्था पर बना रहे। पटना मेट्रो से लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं और आने वाले समय में इसके विस्तार से शहर को एक आधुनिक परिवहन सुविधा मिलने की संभावना है।

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