मीडिया पर गर्म हुए सीएम नीतीश कुमार,पूछा-किस के समर्थक हैं आप? दिलायी लालू-राबड़ी सरकार की याद

पटना।आज सुबह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से बातचीत करते हुए अचानक से भड़क गए। उन्होंने पत्रकारों को सीधे तौर पर कहा कि पुलिस की कार्यशैली पर इस तरह से सवाल खड़ा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया पुलिस को डेमोनाlइज करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था अपना काम कर रहा है।घटनाएं होती हैं,जांच भी होती है, सजा भी मिलता है।उन्होंने रुपेश सिंह हत्याकांड को लेकर पत्रकारों के द्वारा उठाए गए सवाल पर कहा कि पुलिस विशेष टीम बनाकर काम कर रही है। वे खुद डीजीपी से बात कर चुके हैं। इसके बावजूद मीडिया बार-बार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाकर सही नहीं कर रही है।सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों को यहां तक बोला कि आप किसके समर्थक हैं। सीएम नीतीश आज दीघा-आर ब्लॉक रोड का उद्घघाटन करने पहुंचे थे।जहां मीडिया से बातचीत करने के क्रम में सीएम को गुस्सा आ गया।इस दौरान पत्रकारों के यह कहने पर कि डीजीपी फोन नहीं उठाते हैं।मुख्यमंत्री ने खुद डीजीपी को फोन किया। डीजीपी ने फोन उठाया तब सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि फोन उठाया करिए डीजीपी साहब।शिकायत बहुत आती है कि आप फोन नहीं उठाते हैं। पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि अगर आपको किसी अपराध की जानकारी मिलती है तो आप भी बताइए।समीक्षा करना सब का काम है।दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश के बिगड़ते विधि व्यवस्था को लेकर लगातार मीडिया में आ रही खबरों से नाराज दिख रहे थे। उन्होंने पत्रकारों को कठोर लहजे में 2005 से पहले की लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि पति-पत्नी के शासन में कोई सुरक्षित था क्या?दरअसल कुछ वर्षों से बिहार में अपराध का कोहराम चरम पर है।मगर इसके बावजूद बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिगड़ते सिस्टम को ठीक करने के बजाय अब मीडिया को ही दोषी ठहराने की दिशा में बढ़ने लगे हैं।
