December 31, 2025

गया में शॉर्ट सर्किट से घर में लगी भीषण आग, पति-पत्नी की जलकर दर्दनाक मौत

गया। बिहार के गयाजी जिले से एक बेहद हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां शॉर्ट सर्किट के कारण लगी भीषण आग में पति-पत्नी की जलकर मौत हो गई। यह हादसा चाकंद थाना क्षेत्र के बिथो गांव में हुआ, जिसने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। सामान्य सा दिन अचानक एक ऐसी त्रासदी में बदल गया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। ग्रामीणों के अनुसार, यह आग इतनी तेजी से फैली कि दंपति को संभलने या घर से बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिल सका।
लघु कुटीर उद्योग बना हादसे का केंद्र
मृतकों की पहचान बिथो गांव निवासी सरयू साव के पुत्र प्रमोद साव और उनकी पत्नी के रूप में हुई है। दोनों अपने घर में ही पत्तल बनाने का लघु कुटीर उद्योग चलाते थे। यह काम उनके परिवार की आजीविका का मुख्य साधन था। रोज की तरह उस दिन भी घर के एक हिस्से में पत्तल की कटिंग और अन्य संबंधित कार्य चल रहा था। इसी दौरान घर में लगे बिजली के तार में अचानक शॉर्ट सर्किट हुआ और उससे निकली चिंगारी ने पास में रखे ज्वलनशील सामान को अपनी चपेट में ले लिया।
आग ने पल भर में मचाई तबाही
ग्रामीणों के मुताबिक, शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी ने देखते ही देखते आग का रूप ले लिया। घर में बड़ी मात्रा में सूखी पत्तल, कागज और अन्य ज्वलनशील सामग्री मौजूद थी, जिससे आग तेजी से फैलती चली गई। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरे घर को घेर लिया। धुएं और लपटों के कारण घर के अंदर मौजूद प्रमोद साव और उनकी पत्नी बाहर नहीं निकल सके। आग की भयावहता इतनी अधिक थी कि किसी को उन्हें बचाने का मौका तक नहीं मिला।
ग्रामीणों की कोशिशें रहीं नाकाम
आग लगते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोग शोर सुनकर मौके पर पहुंचे और अपने स्तर से आग बुझाने की कोशिश करने लगे। किसी ने पानी डाला तो किसी ने मिट्टी और बालू से आग को काबू में करने का प्रयास किया। हालांकि आग इतनी तेज थी कि ग्रामीणों के प्रयास नाकाफी साबित हुए। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक पूरा घर और उसमें रखा सारा सामान जलकर राख हो चुका था। सबसे दुखद बात यह रही कि आग बुझने के बाद जब घर के अंदर देखा गया, तो पति-पत्नी के जले हुए शव मिले।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही चाकंद थानाध्यक्ष शिवम कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्रारंभिक जांच शुरू की। दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के लिए भेजने की तैयारी की गई। पुलिस ने ग्रामीणों से भी घटना के संबंध में जानकारी ली। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट ही माना जा रहा है, हालांकि पुलिस ने कहा है कि सभी पहलुओं की जांच के बाद ही अंतिम निष्कर्ष निकाला जाएगा।
गांव में पसरा शोक का माहौल
इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे बिथो गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रमोद साव और उनकी पत्नी को गांव में मेहनती और शांत स्वभाव के लोगों के रूप में जाना जाता था। उनके अचानक इस तरह चले जाने से गांव के लोग गहरे सदमे में हैं। मृतक दंपति के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग उनके घर के बाहर जुटे हैं और परिवार को ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे हैं।
आर्थिक नुकसान और भविष्य की चिंता
इस घटना में सिर्फ दो जिंदगियां ही नहीं गईं, बल्कि परिवार की आजीविका का साधन भी पूरी तरह समाप्त हो गया। पत्तल बनाने का सारा सामान, कच्चा माल और तैयार उत्पाद आग में जलकर नष्ट हो गए। ग्रामीणों का कहना है कि प्रमोद साव का परिवार इसी काम से अपना जीवन यापन करता था। अब उनके जाने के बाद परिवार के सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है। लोग प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा और सहायता देने की मांग कर रहे हैं।
शॉर्ट सर्किट से बढ़ते खतरे
यह घटना एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुराने तार, अव्यवस्थित बिजली कनेक्शन और ज्वलनशील सामग्री के बीच काम करना अक्सर ऐसे हादसों को जन्म देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि घरों में चलने वाले कुटीर उद्योगों के लिए अलग से सुरक्षित बिजली व्यवस्था और अग्नि सुरक्षा के उपाय बेहद जरूरी हैं, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
जांच और आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच में जुटी हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तकनीकी जांच के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी। प्रशासन की ओर से भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। इस हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को न्याय और सहायता मिले, ताकि वे इस गहरे दुख से उबर सकें।

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