जातिगत जनगणना पर प्रधानमंत्री को रिमांइडर भेजने पर मांझी ने साधा निशाना, कहा-क्या साबित करना चाहते हैं तेजस्वी

पटना । जातिगत जनगणना को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री को रिमांइडर भेजा है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बयान दिया है।

जीतन राम मांझी ने कहा कि वह जातिगत जनगणना को लेकर ठप्पा अपने हाथ में लेने के लिए और यह दिखाने के लिए कि हम ही सबसे आगे हैं। इसलिए ही यह सब कर रहे हैं। मांझी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण फैसला है, इसमें कोई भी जल्दबाजी लेना ठीक बात नहीं।

हम पार्टी की तरफ से आयोजित जनता दरबार में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा वह राजनेता जरूर हैं, लेकिन राजनीति नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने गई टीम में बिहार के सीएम नेतृत्व कर रहे थे।

उन्होंने ही सबसे पहले यह मांग की थी, लेकिन नेता प्रतिपक्ष यह बताना चाह रहे हैं कि वह ही सिर्फ इस मुद्दे को लेकर गंभीर है। जीतन राम मांझी ने कहा कि अभी दो सप्ताह का भी समय नहीं गुजरा है, इतनी जल्दी रिमांइडर भेजना सही नहीं है।

प्रधानमंत्री ने हमारी बातों को ध्यान से सुना था, मुझे लगता है कि वह इस मुद्दे पर कोई सही निर्णय लेंगे। इसके लिए उन्हे तीन चार माह का समय देना चाहिए। इसके बाद कुछ नहीं होता है तो रिमांइडर भेजने पर विचार हो।

इस दौरान जनता दरबार के आयोजन को लेकर राजद की तरफ से सवाल उठाए जाने पर भी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि इस पर राजद बेवजह की राजनीति कर रही है।

उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या सुनना और उन्हें दूर करने का प्रयास करना राजद को कैसे गलत लग सकता है। यह समझ से परे है। मुझे लगता है कि अगर हम उनकी समस्या को दूर कर सकते हैं, तो उसे दूर जाना सही नहीं है।

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