मंगल-तजेस्वी आमने-सामने : जमकर चला तीखे बयानबाजी का दौर
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- प्रयोगशाला जाएं, तभी समझ आएगा जांच का तरीका
पटना। बिहार के बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और नेता प्रतिपक्ष के बीच शुक्रवार को जमकर तीखे बयानबाजी का दौर चला। जहां आज सुबह तेजस्वी यादव ने दावा किया कि जब वह सच सामने लाए तो स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय तिलमिला गए। स्वास्थ्य मंत्री आनन-फानन में सच पर पर्दा डालने में जुट गये। फिर क्या था उसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने लगे हाथ तेजस्वी को जवाब दे दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि वे गलत बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। जानकारी तो रखते नहीं, लेकिन नित्य दिन वे नया-नया शिगूफा छोड़ सरकार के कामकाज पर उंगली उठा जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। शुक्रवार को जारी बयान में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि तेजस्वी घर के ठंडे एसी कमरे में बैठकर बयान न दें। आरटीपीसीआर जांच, ट्रूनेट जांच, रैपिड जांच, पुल जांच एवं आरएनए ऐस्ट्रैक्शन के बारे में समझ विकसित करने के लिए किसी जांच की प्रयोगशाला में वे पीपीई किट पहनकर जायें। सरकार जांच प्रयोगशाला में उनको समझाने की सारी व्यवस्था कर देगी और तब नेता प्रतिपक्ष चिकित्सक बनने की कोशिश करें। बिना तथ्यों की जानकारी के रोज बयानों में ताबड़तोड़ पलटी मारते हैं। चुनाव में करारी हार को देखते हुए तेजस्वी यादव अनाप-शनाप बोल कर और सरकार के खिलाफ गैर जिम्मेदाराना बयान देकर बिहार की जनता को भ्रम में रखना चाहते हैं, ताकि किसी तरह वे अपने वोट बैंक को बरकरार रख सकें। लेकिन बिहार की जनता उनकी बातों में आने वाली नहीं है।
मंगल पांडेय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को जांच की प्रयोगशाला में ही जांच की पाठशाला समझ में आएगी। नेता प्रतिपक्ष को पता होना चाहिए कि आईसीएमआर ने यह बताया है कि रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट में यदि किसी मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उसमें आरटीपीसीआर जांच की आवश्यकता नहीं है। उसे पूर्णत: कोरोना पॉजिटिव मरीज माना जाता है। उसी तरह ट्रू नेट मशीन में यदि किसी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो उसे पूर्णत: निगेटिव मरीज माना जाता है।
इसके पहले आज राबड़ी आवास पर प्रेस कान्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि जब वह सच सामने लाए तो स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय तिलमिला गए। स्वास्थ्य मंत्री आनन-फानन में सच पर पर्दा डालने में जुट गये। तेजस्वी ने कहा कि वह सकारात्मक विपक्ष की भूमिका से पीछे नहीं हटेंगे, भले सरकार अपने दायित्व से मुंह मोड़ लें। तेजस्वी ने कहा कि विपक्ष से सहयोग की उम्मीद करते हैं और सलाह दो तो तितकी लग जाती है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर पांच महीनों में सरकार ने क्या किया? मैं आज फिर पूछना चाहता हूं कि कोवास-8800 की खरीद 5 महीने में क्यों नहीं की गयी? गत 24 जून को परचेज आर्डर को क्यों कैंसिल करना पड़ा। संक्रमण का फैलाव क्यों नहीं रुक रहा?