December 8, 2025

पटना में नया घर बनाते समय कैमरा लगाना अनिवार्य, नियम पालन नहीं करने पर पास नहीं होगा नक्शा

पटना। पटना में सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से नगर निगम ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब राजधानी में यदि कोई नया घर, अपार्टमेंट या व्यावसायिक प्रतिष्ठान बनाना चाहता है, तो उसे अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरा लगाना होगा। बिना कैमरा इंस्टॉल किए भवन का नक्शा पास नहीं किया जाएगा। यह नियम शहर में बढ़ती चोरी, लूट और असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए लागू किया जा रहा है।
नए नियम के तहत नक्शा तभी पास होगा जब लगेगा कैमरा
नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि भवन निर्माण की स्वीकृति, नक्शा पास करने, व्यावसायिक लाइसेंस जारी करने और होल्डिंग टैक्स असेसमेंट जैसी प्रक्रियाओं के दौरान सीसीटीवी कैमरा लगाने की शर्त अनिवार्य रहेगी। यह नियम निजी आवासों के साथ-साथ दुकानों, शॉपिंग मॉल, अपार्टमेंट और व्यावसायिक भवनों पर भी समान रूप से लागू होगा। शहर की सुरक्षा व्यवस्था को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है।
नगर निगम और स्मार्ट सिटी की संयुक्त पहल
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड पहले ही शहर में महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगा रहा था। अब इस योजना को और व्यापक करने का निर्णय लिया गया है, ताकि अधिक से अधिक क्षेत्र सीसीटीवी निगरानी में आ सकें। स्मार्ट सिटी द्वारा जिन थाना क्षेत्रों में अभी तक कैमरे नहीं लगाए गए हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर कवर किया जाएगा। थानाध्यक्षों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कैमरों के रखरखाव की जिम्मेदारी भी स्मार्ट सिटी संभालेगा।
व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और अपार्टमेंट्स की निगरानी
नगर निगम ने सभी थानों को अपने क्षेत्र के अपार्टमेंट, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और सार्वजनिक स्थलों में कैमरे लगे हैं या नहीं, इसकी सूची तैयार करने को कहा है। निर्देश के तहत प्रत्येक अपार्टमेंट के सचिव, गार्ड प्रभारी या प्रबंधन से संपर्क विवरण थाने में दर्ज किया जाएगा। इसके बदले में थाना भी अपना संपर्क विवरण उन्हें देगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सूचना साझा की जा सके। यह व्यवस्था इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि खाली फ्लैटों में चोरी की घटनाएँ लगातार बढ़ रही थीं। कैमरों की अनिवार्यता से इन पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।
निजी भवनों में भी कैमरा लगाने की अपील
नगर निगम ने निजी मकान मालिकों से भी अनुरोध किया है कि वे अपने घरों और परिसरों में कैमरा लगाएँ। खासकर सड़क से सटे मकानों और दुकानों में कैमरा होने से अपराधियों की पहचान करना आसान हो जाता है। यह कदम नागरिक सुरक्षा को बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस के लिए भी अपराध नियंत्रण में सहायक साबित होगा।
नियम लागू होने से बढ़ेगी पारदर्शिता और सुरक्षा
सीसीटीवी कैमरों की मदद से—
चोरी, डकैती और सेंधमारी जैसी घटनाओं की रोकथाम में मदद मिलेगी
अपराधियों की पहचान आसानी से की जा सकेगी
पुलिस गश्त और निगरानी अधिक प्रभावी होगी
विवादों और घटनाओं में प्रमाण इकट्ठा करना सरल होगा
कई विशेषज्ञों का मानना है कि यदि शहर के अधिकतर हिस्से कैमरों की निगरानी में आ जाते हैं, तो अपराध में उल्लेखनीय कमी देखी जा सकती है।
विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, जल्द मिलेगी मंजूरी
नगर निगम ने सभी सुझाव और नियमों का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेज दिया है। जैसे ही विभाग से अनुमति मिलेगी, यह नियम पूरे शहर में लागू हो जाएगा। अनुमान है कि आने वाले कुछ महीनों में यह व्यवस्था पूर्ण रूप से लागू कर दी जाएगी, जिसके बाद बिना कैमरा इंस्टॉल किए किसी भी नए भवन का नक्शा पास नहीं होगा।
पुलिस और नागरिकों के बीच बेहतर समन्वय
सीसीटीवी व्यवस्था लागू होने के बाद पुलिस और नागरिकों के बीच सूचना आदान–प्रदान की प्रक्रिया आसान होगी। किसी भी आपात स्थिति में पुलिस तुरंत संबंधित अपार्टमेंट या भवन से संपर्क कर सकेगी। साथ ही नागरिक भी किसी घटना या संदिग्ध गतिविधि की रिकॉर्डिंग तुरंत पुलिस को दे पाएँगे। इससे अपराध की जांच तेज होगी और अपराधियों पर लगाम लगेगी। पटना नगर निगम द्वारा नया घर, अपार्टमेंट या व्यावसायिक भवन बनाने पर कैमरा लगाने की अनिवार्यता एक दूरदर्शी कदम है। इससे न सिर्फ शहर की सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि किसी भी अपराध की स्थिति में जांच प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी। प्रस्ताव की मंजूरी के बाद राजधानी में सुरक्षा का एक नया मानक स्थापित होगा।

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