थावे दुर्गा मंदिर में भीषण चोरी, माता का मुकुट व आभूषण ले उड़े चोर, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले से आस्था को झकझोर देने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है। राज्य के प्रमुख सिद्धपीठों में शामिल प्रसिद्ध थावे दुर्गा मंदिर में देर रात चोरी की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। चोरों ने मंदिर के गर्भगृह में घुसकर माता दुर्गा का सोने का मुकुट, हार, मणटिका सहित अन्य कीमती आभूषण और सोने-चांदी से भरा लॉकर चोरी कर लिया। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक चोरी गए सामान की कीमत करोड़ों रुपये में बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार यह वारदात बुधवार रात करीब 11 से 11:30 बजे के बीच हुई। बताया जा रहा है कि चोर पूरी योजना और तैयारी के साथ मंदिर परिसर में दाखिल हुए। उन्होंने सीढ़ी और रस्सी का इस्तेमाल कर मंदिर में प्रवेश किया और सीधे गर्भगृह तक पहुंचे। वहां लगे तीन ताले को काटकर उन्होंने माता दुर्गा के बहुमूल्य आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। इतना ही नहीं, चोर पूरा लॉकर ही उठाकर फरार हो गए, जिसमें सोने-चांदी के कई आभूषण रखे थे। इस घटना ने इसलिए भी सभी को हैरान कर दिया है क्योंकि थावे दुर्गा मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने का दावा किया जाता रहा है। मंदिर परिसर में टीओपी (पुलिस आउट पोस्ट) का निर्माण किया गया है और 24 घंटे पुलिस बल की तैनाती की बात कही जाती रही है। इसके बावजूद चोर डेढ़ से दो घंटे तक बेखौफ होकर चोरी करते रहे और किसी सुरक्षा कर्मी को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस घटना ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। घटना की सूचना मिलते ही गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित, सदर एसडीएम अनिल कुमार, जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे। हालात की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) और डॉग स्क्वॉड की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया। फिलहाल मंदिर के गर्भगृह को सील कर दिया गया है और जांच पूरी होने तक मंगला आरती व श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक लगा दी गई है। पुलिस द्वारा खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज में दो चोर मास्क पहने हुए दिखाई दे रहे हैं। फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि चोर सीढ़ी के सहारे मंदिर में प्रवेश करते हैं, मशीन की मदद से ताले काटते हैं और फिर आभूषणों के साथ भारी-भरकम लॉकर उठाकर फरार हो जाते हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चोरों की गतिविधियों से यह स्पष्ट होता है कि उन्हें मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जानकारी थी। आशंका जताई जा रही है कि इसमें किसी स्थानीय व्यक्ति की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि मंदिर की सुरक्षा सिर्फ कागजों में सीमित थी। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पुलिस आउट पोस्ट और सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, तो चोर इतनी आसानी से कैसे वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिर में 24 घंटे हथियारबंद पुलिस बल, अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड और अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली की व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं का कहना है कि यह सिर्फ चोरी की घटना नहीं है, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था पर सीधा हमला है। थावे दुर्गा मंदिर बिहार ही नहीं, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। नवरात्र और अन्य पर्वों के दौरान यहां लाखों की संख्या में भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे पवित्र और ऐतिहासिक स्थल में इस तरह की चोरी की घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है। पुलिस प्रशासन ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही चोरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और चोरी गया सामान बरामद किया जाएगा। फिलहाल विभिन्न बिंदुओं पर जांच जारी है, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की तलाश की जा रही है और जिले की सीमाओं पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस घटना के बाद प्रशासन पर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का दबाव साफ तौर पर बढ़ गया है।


