महावीर मंदिर की बड़ी उपलब्धि : 11 हजार सालाना से दस लाख रुपए हुई प्रतिदिन की आमदनी, मंदिर प्रशाशन ने दी जानकरी

पटना। राजधानी पटना के महावीर मंदिर का आमदनी 10 लाख रुपए प्रतिदिन की है। जिनमे मंदिर के भेंटपात्रों से निकली चढ़ावे की राशि, कर्मकांड शुल्क, नैवेद्यम् की बचत राशि, स्वैच्छिक चंदे से प्राप्त राशि, मंदिर परिसर के विक्रय केंद्रों की बचत राशि और बैंक ब्याज शामिल हैं। इसमें अस्पतालों एवं अन्य संस्थाओं के आय-व्यय की राशि शामिल नहीं है। वही इसकी जानकारी आज न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने दी है। वही उन्होंने बताया कि वर्तमान महावीर स्थान न्यास समिति के पास महावीर मंदिर का प्रबंधन मिलने के पहले इसकी अधिकतम आय पूरे साल में 11 हजार दिखलायी जाती थी। वही किशोर कुणाल ने बताया कि जब वर्तमान न्यास समिति ने कार्य प्रारंभ किया था, तब मंदिर परिसर के अलावा कोई जमीन नहीं थी। आज इस मंदिर के पास सवा सौ एकड़ से अधिक का भूखंड है। उन्होंने बताया की कमरिया के पास विराट रामायण मंदिर के लिए 7 से लेकर 12 लाख रुपए प्रति एकड़ का दर से सौ एकड़ जमीन खरीदी है। वहां का सरकारी रेट 80 लाख रुपए प्रति एकड़ है। इसके साथ ही राम जानकी पथ में पड़ने वाले भूखंड का मुआवजा चौगुने दाम पर मिलने वाला है।
पटना के बाहर 5 शहरों में हो रही मंदिर की स्थापना
न्यास समिति के आचर्य किशोर कुणाल ने कहा कि हाजीपुर के प्रसिद्ध कोनहारा घाट पर एक भव्य मंदिर, इस्माइलपुर में नवीन आकर्षक राम जानकी मंदिर का निर्माण किया है। महावीर मंदिर के प्रति अतिशय श्रद्धा भाव के कारण मुजफ्फरपुर के स्व. दिलीप साहू ने वहां के विशाल राम जानकी मंदिर, मनमोहन मंदिर और हनुमान मंदिर को वर्तमान महावीर मंदिर के नाम कर दिया और जीर्णोद्धार किया गया है। वही इसी तरह गया के शैलेश कुमार सिन्हा ने गया कचहरी के पास स्थित माधवानंद मंदिर को भी महावीर मंदिर को सौंप दिया है। वही कोइलवर के पास सकड़डीह के रंजीत सिंह ने एक हनुमान मंदिर सौंपा है। उस जगह के पास सिक्स लेन मार्ग पर एक बीघा जमीन है, वहां भव्य शिव मंदिर बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि विराट रामायण मंदिर और जानकी जन् स्थान मंदिर के साथ ही न्यास समिति द्वारा संचालित अस्पतालों एवं संस्थाओं पर आगे और जानकारी दी जाएगी।

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