December 3, 2025

कटिहार के स्कूल में मिड-डे मील में मिली छिपकली, कई बच्चों की तबीयत बिगड़ी, लोगों ने सड़क जामकर किया हंगामा

कटिहार। कटिहार जिले के फलका प्रखंड के एक सरकारी विद्यालय में मिड-डे मील के भोजन में मरी हुई छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया। यह घटना उत्क्रमित मध्य विद्यालय दक्षिण अमोल में बुधवार को हुई जब भोजन के दौरान बच्चों की थाली में मरी हुई छिपकली पाई गई। इसे खाने से कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई और कुछ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह मामला सामने आते ही छात्रों, उनके परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया।
बीमार बच्चों की हालत और इलाज
मिड-डे मील में छिपकली पाए जाने के तुरंत बाद कई बच्चों ने उल्टी करना शुरू कर दिया। एक छात्र की स्थिति अधिक गंभीर हो गई और उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। छात्र की परिजन आशा देवी ने बताया कि उनकी पोती को गिरगिट वाला भोजन खाने के बाद छह से सात बार उल्टी हुई, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। यह घटना बच्चों की सेहत और सरकारी मिड-डे मील योजना की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
विद्यालय में विरोध और सड़क जाम
गुरुवार को घटना के विरोध में छात्रों और उनके अभिभावकों ने स्कूल में प्रदर्शन किया और पास की सड़क को जाम कर दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की और प्रधानाध्यापक को हटाने की मांग पर अड़ गए। उनका कहना है कि विद्यालय में न शिक्षा की गुणवत्ता है, न ही बच्चों की सही देखभाल होती है। शिक्षक बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने के बजाय मोबाइल फोन में व्यस्त रहते हैं।
प्रशासनिक हस्तक्षेप और जाँच की बात
घटना की जानकारी मिलते ही हतवारा पंचायत की मुखिया भारती कुमारी विद्यालय पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद फालका पुलिस भी मौके पर पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर डटे रहे। जिला परिषद के प्रतिनिधि मनोज मंडल ने भी स्कूल का दौरा किया और ग्रामीणों की बात सुनी। उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी शिक्षा विभाग को दी जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका साविता देवी ने भी इस घटना को गंभीरता से स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि यह लापरवाही का नतीजा है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बिना भोजन की जांच किए बच्चों को खाना परोसा जाना एक गंभीर चूक है, जिसे दोहराया नहीं जाना चाहिए।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई और विद्यालय की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। उन्होंने मांग की है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों को प्राथमिकता दी जाए। इस घटना ने ग्रामीणों के बीच सरकारी स्कूलों की हालत को लेकर पहले से मौजूद असंतोष को और बढ़ा दिया है। कटिहार के विद्यालय में मिड-डे मील में छिपकली मिलना न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। सरकार और शिक्षा विभाग को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे और मिड-डे मील की निगरानी को और मजबूत बनाना होगा, ताकि बच्चों की जान और भविष्य दोनों सुरक्षित रह सके।

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