जेपी सेतु पर पिकअप वैन से 1000 टेट्रा पैक शराब बरामद, चालक गिरफ्तार

पटना। जेपी सेतु पर उत्पाद विभाग की टीम द्वारा एक बड़ी कार्रवाई में 1000 टेट्रा पैक शराब बरामद की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 2 लाख रुपये है। शराब तस्करी के इस मामले में एक पिकअप वैन के चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब त्योहारी सीजन को देखते हुए सेतु पर जांच अभियान चलाया जा रहा था। गिरफ्तार चालक का नाम राहुल बताया जा रहा है, जो जांच अधिकारियों को देखकर भागने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, उत्पाद विभाग की टीम ने उसे खदेड़ कर पकड़ लिया। शराब की खेप सोनपुर से लाई जा रही थी, जिसे पिकअप वैन में एक तहखाने के अंदर छिपाया गया था। तस्करों ने यह व्यवस्था इसलिए की थी ताकि जांच के दौरान आसानी से पकड़े न जा सकें और वाहन को सामान्य दिखाया जा सके। लेकिन उत्पाद विभाग की सख्त जांच और सतर्कता के कारण यह चाल असफल रही। उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश ने बताया कि शराब की यह डिलीवरी पटना में होनी थी। तस्कर त्योहारों के दौरान इस तरह की अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं, और इसलिए विभाग ने पहले से ही सतर्कता बढ़ा दी है। यह मामला तब और गंभीर हो जाता है जब हम यह देखते हैं कि हाल ही में सीवान और छपरा में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो चुकी है। इन घटनाओं के बाद सरकार और उत्पाद विभाग अलर्ट मोड पर हैं और राज्यभर में शराब के अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है। शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब तस्करी का धंधा लगातार चल रहा है, और यह घटना इसी बात का प्रमाण है।गिरफ्तार चालक राहुल से पूछताछ जारी है, ताकि इस तस्करी के नेटवर्क के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। अधिकारी यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि इस अवैध कारोबार में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, और शराब की यह खेप कहां से आई थी। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि इस तस्करी के पीछे कौन से बड़े नाम छिपे हो सकते हैं।इस कार्रवाई ने पटना और इसके आसपास के क्षेत्रों में शराब तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है। त्योहारों के मौसम में शराब तस्करी और खपत में वृद्धि का अंदेशा होता है, और इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे तस्कर अलग-अलग तरीकों से शराब की खेप छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उत्पाद विभाग की सक्रियता और कठोरता के चलते उनकी चालें असफल हो रही हैं। कुल मिलाकर, यह कार्रवाई शराब तस्करी के खिलाफ चल रही व्यापक मुहिम का हिस्सा है, जिसमें विभाग उन सभी संभावित तरीकों की निगरानी कर रहा है जिनसे अवैध शराब को राज्य में लाया जा रहा है।
