December 18, 2025

गाँधी के भारत को नफरत की भूमि बना रही है भाजपा : राजीव रंजन

पटना। रमेश विधूड़ी प्रकरण पर भाजपा के शीर्ष नेताओं की चुप्पी पर सवाल खड़े करते हुए JDU के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि नये संसद भवन में विशेष सत्र का अल्पसंख्यक समाज को गलियां दे कर आगाज करने वाले भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी और उसपर ठहाके लगाने वाले दो पूर्व मंत्रियों पर अभी तक न तो कोई कारवाई हुई है और न ही प्रधानमंत्री मोदी या गृहमंत्री अमित शाह जैसे भाजपा के शीर्ष नेताओं ने इसकी निंदा की है। वही लोकसभा अध्यक्ष द्वारा भी उन्हें सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नए भारत में गांधी के भारत को नफरत की भूमि बनाने का खेल अब खुल कर शुरू हो गया है। भाजपा से सवाल पूछते हुए JDU के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि नये संसद भवन को पूरे विश्व के सामने शर्मसार करने रमेश विधूड़ी पर उन्होंने अभी तक कोई कारवाई क्यों नहीं की है? वह बताएं कि किस नेता के दबाव में आकर BJP के नेता इस प्रकरण पर कुछ बोलना तो दूर विधूड़ी के बयान की भर्त्सना तक नहीं कर रहे? वह बताएं कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की चुप्पी को रमेश विधूड़ी के बयान का मौन समर्थन क्यों न समझा जाए?

वह बताये कि क्या मोदी जी के नए भारत में अल्पसंख्यक समाज के नेताओं को इसी तरह खुलेआम गलियां दी जायेंगी? उन्होंने पूछा कि BJP के नेता बताएं कि अल्पसंख्यक समाज के नेताओं को गालियां दिलवा कर भाजपा नई पीढ़ी को कौन सा संदेश देना चाहती है? उन्हें बताना चाहिए कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के नए भारत में अल्पसंख्यक समाज के लोगों को इसी तरह से दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ेगा? क्या इसी तरह भाजपा भारत को विश्वगुरु बनाएगी? उन्होंने आगे कहा कि रमेश विधूड़ी कोई नये-नवेले नेता नहीं हैं, बल्कि इससे सांसद बनने से पहले यह 3 बार विधायक रह चुके हैं और लोकसभा में भी वे दूसरी बार पहुँचे हैं और नए संसद भवन में अल्पसंख्यक समाज के नेता को गालियां देकर पुराने संसद भवन के शुचिता और मर्यादा के पिछले 75 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद निश्चय ही भाजपा उन्हें तीसरी बार भी लोकसभा के टिकट के इनाम से नवाजेगी। यह दिखाता है कि भाजपा के मन में देश के आपसी भाईचारे के प्रति कितना जहर भरा हुआ है। भाजपा यह जान ले विधूड़ी का बयान उनकी पार्टी के ताबूत की आखरी कील साबित होने वाली है। देश उन्हें दुबारा कोई मौका नहीं देने वाला।

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