सुमन भारती सामाजिक संस्थान का बालवाड़ी केन्द्र विवादों के घेरे में, सेविका व सुपरवाइजर की बहाली में हजारों रुपए लेने का आरोप, पुलिस ने मारा छापा, कई कागजात जब्त

फतुहा। शहर के अंदर देवीचक स्थित सुमन भारती सामाजिक संस्थान का बालवाड़ी केन्द्र विवादों के घेरे में आ गयी है। बालवाड़ी केन्द्र के सचिव व अन्य कर्मियों पर केन्द्र खोले जाने को लेकर पैसे लिए जाने का आरोप लगा है। साथ ही संस्थान द्वारा केन्द्र संचालित करने के लिए सेविका व सुपरवाइजर की बहाली में हजारों रुपए लिए जाने का आरोप लगाया गया है। आरोप की शिकायत पर पुलिस ने उक्त संस्थान के देवीचक स्थित कार्यालय में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कार्यालय से कई कागजात जब्त किए हैं।
थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि संस्थान के द्वारा बहाल सेविका व कई सुपरवाइजर थाने पहुंचकर शिकायत किया कि बहाली के नाम पर हजारों रूपये लिए गये हैं तथा मासिक वेतन देने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन पिछले कई महीनों से संस्थान के द्वारा टालमटोल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी इस संदर्भ में संस्थान से लाए गए कागजातों व संस्थान द्वारा बहाल लोगों की आरोपों की जांच की जा रही है। जांच के सत्यापन होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि संस्थान के फर्जी होने का भी सत्यापन कराया जा रहा है।
सचि बोले, लगाए गये सारे आरोप निराधार
वहीं सुमन भारती सामाजिक संस्थान के सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि लगाए गये सारे आरोप निराधार हैं। उनके मुताबिक संस्थान सामाजिक अनुदान पर चलाए जाते हैं तथा किसी से भी बहाली के नाम पर पैसे नहीं लिए गये हैं। विदित हो कि उक्त संस्थान के द्वारा बड़ी तेजी से कई जगहों पर निर्धन व असहाय बच्चों को शिक्षा दिए जाने के नाम पर बालवाड़ी केन्द्र खोले गए। नालंदा व वैशाली के कई सेविका व सुपरवाइजर ने संस्था के उपर सेविका के लिए छह हजार व सुपरवाइजर के लिए 11 हजार रुपए लिए जाने का आरोप लगाया है। अब जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि संस्थान फर्जी है या नहीं।

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