नीतीश कुमार की खिलजी-औरंगजेब से तुलना, हिंदू पर्व छुट्टी विवाद में भाजपा का पोस्टर वार

पटना। बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में छुट्टियां कम कर दी गई हैं। खासकर रामनवमी, कृष्णाष्टमी, रक्षाबंधन के मौके पर सरकारी स्कूल में अवकाश नहीं रहेंगे। वही इसको लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है। वही इस कड़ी में BJP के कार्यकर्ताओं ने भाजपा दफ्तर के बाहर व पटना के सड़कों पर एक पोस्टर लगाकर इसका विरोध किया है। वही भाजपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि नीतीश कुमार बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं, इसीलिए सरकारी स्कूलों में भी इस तरह की स्थिति लाना चाहते हैं। भाजपा दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाने वाले बीजेपी नेता लव कुमार सिंह का साफ-साफ कहना है कि बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में छुट्टी की जो घोषणा की है, उसे तुरंत वापस ले। रामनवमी, जन्माष्टमी व रक्षाबंधन के दिन छुट्टी की घोषणा करें। उन्होंने कई बातें पोस्टर के जरिए कहने का काम किया है। साफ-साफ कहा है कि नीतीश कुमार जिस तरह से तुष्टिकरण की नीति अपनाकर सरकारी स्कूलों में वार्षिक छुट्टी का कैलेंडर जारी किए हैं, वह कहीं से स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने आगे कहा की वोट की राजनीति के लिए रामनवमी, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन जैसे हिन्दू पर्वों की छुट्टी खत्म कर ईद व बकरीद की छुट्टी बढ़ाकर बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाने वाली नीतीश सरकार को भविष्य में लोग क्रूर और हिन्दू विरोधी शासक बख्तियार खिलजी व औरंगजेब वाली सरकार के नाम से जानेगी।
त्योहारों की रद्द छुट्टी वापस करे बिहार सरकार
वही पोस्टर में साफ-साफ लिखा गया है कि बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाने का काम नीतीश कुमार ने किया है और इसका विरोध भाजपा सड़क से लेकर सदन तक उतरकर करेगी। बीजेपी ने अपने पोस्टर में ये भी लिखा है कि वोट की राजनीति के लिए रामनवमी, जन्माष्टमी व रक्षाबंधन जैसे पर्वों की छुट्टी खत्म कर ईद और बकरीद की छुट्टी बढ़ा दिया है। नीतीश की सरकार को क्रूर शासक बख्तियार खिलजी और औरंगजेब वाली सरकार के नाम से जानी जाएगी।
