मकर सक्रांति की समाप्ति के साथ खत्म हुआ खरमास, शुरू होंगे शादी-ब्याह के मांगलिक कार्य

धर्म। चार महासंयोग के साथ शनिवार को भी मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा। कई घरों में शुक्रवार को ही संक्रांति पर्व मनाये जाने के बावजूद ज्यादातर जगहों पर शनिवार को लोग मकर संक्रांति मनायेगे। आचार्य कांत दया शंकर भारद्वाज के अनुसार संवत 2018 शाके 1943 इस्वी- सन 2022 का मकर संक्रान्ति 15 जनवरी पौष शुक्ल त्रयोदशी शनिवार को मनाया जायेगा। इसका कारण 14 जनवरी को रात 8:34 बजे सूर्य ने मकर राशि में प्रवेश किया है और इसी के साथ सूर्य उतरायण भी हुए है। खरमास 15 जनवरी को समाप्त हो जायेगा। चूंकि रात में संक्रांति लग रही है और मकर राशि का सूर्य भारत में 15 जनवरी को दिखाई देगा। इसलिए इसका पुण्यकाल भी आज ही शनिवार को मनाया जायेगा, जो 12:49 बजे तक रहेगा। मकर संक्रांति का पवित्र सनान मध्याहन काल तक किया जायेगा।

मकर संक्रांति पर्व को लेकर राजधानी के अलावे पूरे सूबे में उहापोह के बावजूद श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को ग्रह-गोचरों के संयोग में संक्रांति मनाई गई। पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण का खतरा होने के बावजूद गंगा स्नान करने पहुंचे। बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल को अनदेखा करते हुए गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। उतरायण सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और अन्न, वत्र समेत अन्य चीजों का दान किया। ठंड को दरकिनार करते हुए पटना के गंगा घाटों में सुबह से ही श्रद्धालु डुबकी लगाने के लिए पहुंचे।

About Post Author

You may have missed