एनएमसीएच में आज से जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल शुरू, चिकित्सा सेवाओं पर रहा बड़ा असर

पटना। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जूनियर डॉक्टर बुधवार की दोपहर अचानक हड़ताल पर चले गए। जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से इमरजेंसी ओपीडी एवं विभाग में चिकित्सा सेवा प्रभावित हो गई है। सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर को हड़ताली डॉक्टरों ने बंद करा दिया है। मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गई है। कुछ सीनियर डॉक्टर मरीजों को देखने में जुटे हुए हैं। इसके चलते अस्पीताल में अफरातफरी की स्थिति देखी गई।
जानिए क्या है पूरा मामला
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र कुमार ने कहा कि शनिवार को स्त्री एवं प्रसूति विभाग में एनएमसीएच के सफाई कर्मी टिंकू कुमार की पत्नी विभा कुमारी की प्रसव के बाद हुई मौत से आक्रोशित लोग लगातार डॉक्टरों को धमकी दे रहे हैं। घटना की रात भीड़ ने गायनी विभाग की एक महिला डॉक्टर का बाल खींचा और उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। इसके बाद से ही जूनियर डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधीक्षक से लगातार मांग की जा रही है। अस्पताल प्रशासन द्वारा दोषी लोगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
हड़ताली जूनियर डॉक्टरों से उनकी मांगों पर की जा रही बातचीत
इस संबध में अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि हड़ताली जूनियर डॉक्टरों से उनकी मांगों के संबंध में बातचीत की जा रही है। उन्हें समझा कर हड़ताल समाप्त करने की दिशा में प्रयास जारी है। अधीक्षक ने बताया कि प्रसव के तीन घंटे बाद अधिक रक्तस्राव होने के कारण विभा कुमारी की मौत हुई थी। इस मामले की जांच के लिए तीन विभागाध्यक्षों की जांच कमेटी गठित की गई है। साथ ही गायनी विभाग की सभी नर्सों और चतुर्थ वर्गीय कर्मियों का दूसरे विभाग में तबादला कर दिया गया है। दरअसल, राज्यो के बड़े मेडिकल कालेज में सामान्ये प्रसव के बाद महिला की मौत को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं।

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