किसानों के लिए अच्छी खबर, 22 और 23 से जुलाई वर्षा के आसार

गोरखपुर। आधी जुलाई बीतने के बाद आया मानसून किसानों के लिए खुशहाली लेकर आया है। पूर्वांचल में हुई बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली है। बारिश से सबसे ज्यादा फायदा किसानों को हुआ है। गोरखपुर के कुछ इलाकों में बुधवार की सुबह शुरू हुई बारिश गुरुवार को पूरे दिन झमाझम होती रही। बारिश होने से जहां फसलों को संजीवनी मिल गई वहीं। शहरवासियों को उमस और गर्मी से काफी राहत मिल गई। मौसम विभाग के अनुसार जिले में बुधवार की शाम में 51.2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। जुलाई माह की यह पहली मध्यम बारिश है। जानकारी के अनुसार 22 और 23 जुलाई को मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। मौसम की बेरुखी जून माह से ही दिखने लगी थी। जिले में 28 जून तक महज 8 मिमी बारिश हुई थी। किसानों को धान की बेहन डालने, उसे जिंदा रखने तथा खेतों की जुताई और रोपाई कराने के लिए न केवल पसीना बहना पड़ा बल्कि काफी खर्च भी उठाना पड़ा। किसानों को खेतों की जुताई कराने से पहले पानी डालना पड़ा। बारिश न होने की वजह से हर तीसरे दिन धान की बेहन में पानी डालना पड़ा। इतना ही नहीं धान की रोपाई करने के लिए भी खेतों में पानी भरना पड़ा। 29 जून को गोरखपुर में तेज बारिश हुई तो किसानों ने थोड़ी राहत महसूस की। परंतु इसके बाद 19 जुलाई तक कुछ इलाकों में महज एक दिन बूंदाबांदी हुई थी। बारिश नहीं होने से धान के खेतों में दरारें पड़ गई थीं। मजबूर और निराश किसानों ने फसलों को जिंदा रखने के लिए मोटर पंप से पानी भरना शुरू किया। बारिश न होने की वजह से परेशान किसानों को यह आशंका सताने लगी थी कि कहीं सूखा न पड़ जाए। उनकी इस आशंका का असर खेतों में दिखने लगा था। बड़ी संख्या में किसानों ने रोपनी करानी बंद कर दी थी। खेतों में धान की बेहन सूखने लगी थी। किसानों का मानना था कि यदि बारिश नहीं होगी तो रोपाई और पानी डालने मे काफी खर्च हो जाएगा। शायद लागत भी न निकले। बुधवार की सुबह शुरू हुई बारिश गुरुवार को पूरे दिन होती रही। आसमान में बादल छाए हुए हैं। रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग का कहना था कि 22 और 23 जुलाई को भी बारिश होने की सम्भावन है।

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