जम्मू-कश्मीर : आतंकी हमले में बिहार के दो जवान सहित तीन शहीद, सर्च आपरेशन जारी
पटना। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिला में सोमवार की सुबह आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एसपीओ तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ 119 बटालियन के दोनों शहीद जवान लोकेश शर्मा और खुर्शीद खान बिहार के रहने वाले थे। घटना के बाद सेना, सीआरपीएफ व पुलिस ने पूरे इलाके को घेर कर सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह बारामूला के करीरी इलाके में नावां मोड़ पर नाका पार्टी को निशाना बना कर हमला किया। अचानक किए गए हमले के दौरान जवानों ने संभलते हुए आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन वे भागने में सफल रहे। इस आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ मुजफ्फर अहमद तथा सीआरपीएफ 119वीं बटालियन के दो जवान खुर्शीद खान और लवकुश शर्मा शहीद हो गए। एसपीओ मुजफ्फर अहमद अस्पताल में मृत लाए गए। जबकि जवान खुर्शीद खान (41 साल) व लवकुश शर्मा (27 साल) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। खुर्शीद खान बिहार के रोहतास के तो लवकुश शर्मा जहानाबाद के अईरा गांव के निवासी थे। घटना के बाद स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ ने पूरे इलाके को घेर कर सर्च आॅपरेशन शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि आतंकवादी आसपास के इलाके में कहीं भूमिगत हो गए हैं। सुरक्षा बल अभी बाहरी इलाकों की तलाशी ले रहे हैं। इसके बाद घर-घर की तलाशी ली जाएगी।
लवकुश थे इकलौते संतान
भारत माता के वीर सपूत की शहादत की खबर फैलते ही कोरोना महामारी के बावजूद बड़ी संख्या में लोग शहीद के पैतृक घर पर पहुंच गए। पिता सुदर्शन शर्मा, मां प्रमिला देवी और पत्नी अनिता देवी गहरे सदमे में हैं। शहीद जवान के दो बच्चे हैं। सात साल का बेटा सूरज और तीन साल की बेटी अन्नया घर में अचानक लोगों की भीड़ का जुटना तथा मां-दादी और दादा को देखकर हैरत में थे। अईरा गांव के लोगों को होनहार बेटे के खोने का गम भी था। ग्रामीण बताते हैं कि लवकुश करीब चार माह पहले अपने गांव आया था। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए उसने जहानाबाद के राजाबाजार मोहल्ले में डेरा ले रखा था। रोते-बिलखते शहीद के पिता सुदर्शन शर्मा कहते हैं कि दो दिन पहले ही उसने फोन किया था और अपने नए कांटैक्ट नंबर की जानकारी दी थी।