सरकार के बचाव में आये जीतनराम मांझी, बोले- जिनके शासनकाल में बीपीएससी कठपुतली बनी, वह आज उठा रहें सवाल

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक होने पर राजनीति तेज हो गई है। विपक्षी दल इस मसले को लेकर सरकार पर हमलावर हैं।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, चिराग पासवान, पप्पू यादव सहित कल तक बिहार में मंत्री रहे मुकेश सहनी भी सरकार की ओर उंगलियां उठा रहे हैं। वहीं अब लगातार हो रहे हमले के बाद एनडीए की तरफ से भी जवाबी हमला शुरू कर दिया गया है। जिसमें सबसे बड़ा हमला बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने किया है।

राजद शासनकाल में बीपीएससी सीएम हाउस की कठपुतली बनी, अध्यक्ष तक गये जेल

उन्होंने मौजूदा सरकार पर सवाल उठाने वाले राजद पर हमला करते हुए अपने ट्विट में मांझी ने लिखा कि जिनके शासनकाल में बीपीएससी सीएम हाउस की कठपुतली बन गई थी,रिज़ल्ट सेटिंग के कारण बीपीएससी अध्यक्ष तक को जेल जाना पड़ा आज वही लोग सरकार के काम-काज पर सवाल उठा रहें हैं। उन्होंने नीतीश सरकार का बचाव करते हुए लिखा कि बीपीएससी पेपर लीक मामले पर सरकार कारवाई कर रही है। युवाओं के भविष्य से खेलने वालों को बख़्शा नहीं जाएगा। चाहे कोई हो। इसके पहले बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग ने करोड़ों युवाओं और अभ्‍यर्थियों का जीवन बर्बाद किया है। इसका नाम अब बिहार लोक पेपर लीक आयोग कर देना चाहिए।

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