डीएम ने किया सदर अंचल कार्य का निरीक्षण
पटना : जिलाधिकारी कुमार रवि के द्वारा सदर अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में कतिपय अभिलेख संदिग्ध अवस्था में स्वीकृत किया हुआ पाये गये, जिसके उपरांत उसकी विस्तृत जांच चार सदस्यीय टीम के द्वारा करायी गयी।
चार सदस्यीय टीम के द्वारा अभिलेखों का गहन जांच किया गया तथा जिलाधिकारी को प्रतिवेदन समर्पित किया गया। जांच टीम के द्वारा पाया गया कि राजस्व कर्मचारी राजीव रंजन के द्वारा आवेदन पत्र के साथ RTPS से संबंधित आवेदन रसीद में छेड़छाड़ कर दाखिल-खारिज आवेदन के साथ संलग्न कर दिया गया है, जिसमें कार्यपालक सहायक नरेश कुमार एवं उक्त हल्का लिपिक अविनाश कुमार मिश्रा एवं देवनन्दन प्रसाद के भी मिलीभगत की संभावना जतायी गयी है। जिलाधिकारी ने निर्देश पर तीनों कर्मीयों को निलंबित कर दिया गया है। कम्प्यूटर आॅपरेटर रत्नेश कुमार को सेवा मुक्त किया गया। जांच टीम के द्वारा जांच के क्रम में पाया गया कि दाखिल-खारिज से संबंधित 20 स्वीकृत अभिलेखों के साथ संलग्न RTPS आवेदन रसीद फर्जी है। इस प्रकार फर्जी RTPS आवेदन रसीद संलग्न कर अंचलाधिकारी सदर से दाखिल-खारिज स्वीकृत कराये जाने के लिए दोषी कर्मी के विरूद्ध भूमि सुधार उप समाहर्त्ता को FIR दर्ज करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।
जांच टीम के द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि RTPS के माध्यम से पूर्व में 01 अप्रैल, 2018 से 31 अगस्त, 2018 तक प्राप्त 7234 आवेदनों में से मात्र 3452 आवेदन ही निष्पादित किये गये है, जबकि 3782 आवेदन अभी भी निष्पादन हेतु लंबित है। जिसे 15 दिनों के भीतर विशेष अभियान चलाकर निष्पादित करने का निर्देश अंचलाधिकारी सदर को जिलाधिकारी शकुमार रवि के द्वारा दिया गया तथा विलंब हेतु अंचलाधिकारी सदर से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
RTPS आवेदनों से संबंधित कार्यपालक सहायक, श्री रत्नेश कुमार बिना आवेदन दिये अनुपस्थित पाये गये। राजस्व कर्मचारी राजीव रंजन, विदेह किशोर, प्रदीप कुमार विश्वकर्मा एवं अरूण कुमार शर्मा को दूरभाष पर बार-बार सूचना दिये जाने के बावजूद भी ये सभी कर्मी जांच के समय उपस्थित नहीं हुए। जिलाधिकारी द्वारा उक्त सभी का वेतन अगले आदेश तक स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सभी राजस्व कर्मचारी एवं अंचलाधिकारी को निर्देश दिया है कि एक सितंबर के उपरांत Online पद्धति से ही दाखिल-खारिज का आवेदन प्राप्त किया जाना है, जिसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।