झारखंड सीमा पर फंसे थे चकाई के 70 से अधिक लोग,तारणहार वन पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह ने दिलायी राहत

जमुई।देश भर में जहां हर ओर कोरोना से एहतियात के तौर लॉक डाउन लगा दिया गया है। वहीं इस लॉक डाउन में मजधार में फंसे केरल में काम करने वाले जमुई के सोनो प्रखण्ड के सरकंडा,तारबंक,मुंडबरो,चौराधरी सहित दर्जनों गांवों के 70 से अधिक लोगों के लिए चकाई के पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह उस समय तारणहार बनकर सामने आए जब वो एक विकट परिस्थिति में घिर गए। केरल से चली आखरी ट्रेन से ये सभी लोग हावड़ा पहुंचे तभी अचानक केंद्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 31 मार्च तक सभी यात्री रेलवे परिचालन को बंद कर दिया साथ ही बिहार,बंगाल और झारखंड सरकारों सहित कई अन्य राज्यों की सरकारों ने अपने-अपने राज्य की सीमा को भी सील कर दिया। ऐसे में हावड़ा पहुंचे सभी जमुई वासियों के लिए एक विकट समस्या खड़ी हो गयी। बंगाल सरकार ने सबसे पहले उनका सभी का कोरोना टेस्ट कराया जब सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी तब मानवता को दिखाते हुए स्पेशल बस से उन्हें झारखण्ड बॉर्डर पर लाया गया मगर बॉर्डर सील होने की वजह से वो आगे नही बढ़ पाए। बंगाल के हावड़ा से चली बस सभी लोगों को झारखण्ड बॉर्डर पर उतार कर वापस लौट गई।ऐसे में सभी लोगों को बीच मझधार में जब कुछ भी जब समझ नही आ रहा था ऐसे में उन्होंने अपनी आप बीती पूर्व विधायक सुमित सिंह को दूरभाष पर पर बताई। सुख-दुख हर मौके पर साथ निभाने वाले सुमित कुमार सिंह ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तुरन्त झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन को कॉल करके समस्या की जानकारी दी। दूरभाष पर समस्या को सुनने के बाद झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सुमित कुमार के साथ उनके बेहतर सम्बन्ध हैं इस कारण वो इस मामले में जरूर हस्तक्षेप करेंगे मगर मामले में बिहार सरकार से अनुमति की जरूरत है। इस पर ततपरता दिखाते हुए तुरन्त पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री कार्यालय में फोन लगाया तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की और सारी जानकारी से अवगत कराया इसके बाद उन्होंने मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस बाबत उचित करवाई के लिए दूरभाष पर सम्पर्क किया और उन्हें भी मामले की जानकारी दी। पुनः स्वयं पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह के द्वारा जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार से भी सम्पर्क कर मामले को संज्ञान में दिया गया। जिससे अब उन सभी लगभग 70 की संख्यां में झारखण्ड के बॉर्डर पर फंसे जमुई के सोनो प्रखण्ड के निवासियों को उनके घर तक पहुंचाने की करवाई संभव हो पाएगी और वो सभी लोग अपने घर पहुंच पाएंगे। सभी फंसे लोगों ने भी सुमित कुमार सिंह के इस सराहनीय प्रयास के लिए धन्यवाद दिया क्योंकि उनकी इस पहल के कारण ही वो पुनः अपने घर और परिवार वालों के बीच पहुंच पाएंगे।

About Post Author

You may have missed