JDU का BJP पर पलटवार : उच्च शिक्षा के सत्र में विलंब के लिए राजभवन दोषी, इसमें राज्य सरकार की क्या है भूमिका

पटना। बिहार की उच्च शिक्षा के हाल पर सवाल उठाना भाजपा के लिए उलटा पड़ गया। तीन साल की डिग्री पांच साल में मिलने की बात कहकर नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के बयान पर जदयू ने पलटवार किया है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उच्च शिक्षा के सत्र में विलंब के लिए राजभवन दोषी है। उच्च शिक्षा में राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की क्या भूमिका है, यह बात कम से कम स्नातक कर चुके नेताओं को तो बताने की जरुरत नहीं है।
केंद्र सरकार के अनुशंसा पर उठा रहे सवाल
उन्होंने कहा कि इन महानुभाव को इस बात की जानकारी जरूर होगी क्योंकि वो खुद भी स्नातक हैं। वो जानते होंगे कि विश्वविद्यालय शिक्षा के प्रशासनिक ढांचे के प्रमुख महामहिम कुलाधिपति होते हैं। सवाल उठाने वाले क्या महामहिम कुलाधिपति पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। इस बात की जानकारी होगी कि केंद्र सरकार के अनुशंसा पर महामहिम कुलाधिपति जो महामहिम के रूप में पदस्थापित हैं तो फिर क्या केन्द्र सरकार के अनुशंसा अथवा अनुशंसा के आधार पर नियुक्ति करने वाले पर यह सवाल उठा रहे हैं?
राज्य सरकार की भूमिका सार्वजनिक करने की मांग
नीरज कुमार ने कहा कि उन्हें तो यह जानकारी जरूर होगी कि राज्य सरकार के माननीय मंत्री और शिक्षा विभाग के पदाधिकारी सत्र को नियमित करने के लिए कुलाधिपति, कुलाधिपति कार्यालय, विभिन्न विश्व विद्यालय के कुलपति एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के स्तर पर लगातार बैठक कर रहे हैं। इस दिशा में सार्थक पहल करते रहे हैं। नीरज कुमार ने सत्र के विलंब के लिए बिहार सरकार के कार्यशैली को जिम्मेवार बताने वाले भाजपा नेताओं की नीयत पर सवाल उठाते हुए जानकारी सार्वजनिक करने का अनुरोध किया।
संजय जायसवाल ने उठाया था सवाल
बता दें प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मुझे तो हंसी आती है कि जदयू ने भी कह दिया कि अग्निपथ योजना पर पुर्नविचार करना चाहिए। सरकार पहले स्त्नातक सत्र रेगुलर करा दे और सेशन की देरी पर ध्यान दे।

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