ललन सिंह को अगर समय रहते नहीं हटाया जाता तो जदयू का विलय राजद में कर देते : सुशील मोदी

पटना। ललन सिंह द्वारा जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद से बिहार की सियासत जोड़ पकड़ चुकी है। सताधारी दल से साथ-साथ विपक्ष में इसकी खूब चर्चा हो रही है। इसी कड़ी में बिहार सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद से मिलकर JDU को तोड़ने में लगे ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने जाने की हमारी भविष्यवाणी सप्ताह भर के भीतर सच हुई, लेकिन यह खेल की शुरुआत है, अंत नहीं। उन्होंने आगे कहा की पार्टी का टूटना तय है। उन्होंने दवा किया है की ललन सिंह के हटने की खबरों को जो लोग मीडिया और भाजपा का खेल बता रहे थे, उन्हें अब कुछ दिन मुँह छिपाना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि ललन सिंह को हटाये जाने पर जदयू कार्यालय में मिठाइयां बाँट कर और पटाखे छोड़ कर कार्यकर्ताओं ने ऐसी खुशी मनायी, जैसे उन्हें किसी गलत आदमी से मुक्ति मिली हो। मोदी ने आगे कहा कि जो बिहार को भाजपा-मुक्त करने के बड़बोले दावे कर रहे थे, पार्टी ने उन्हें ही मुक्त कर दिया। उन्होंने आगे कहा की JDU के भीतर दो गुट बन चुके हैं। एक खेमा लालू-समर्थक है, जिसके 12 से ज्यादा विधायकों को ललन सिंह अपने पीछे खड़ा कर चुके थे। दूसरा गुट बीजेपी के प्रति सद्भाव रखता है। सुशील मोदी ने कहा कि यदि समय रहते ललन सिंह को नहीं हटाया गया होता, तो वे लालू प्रसाद के एजेंट के तौर पर काम करते हुए JDU का राजद में विलय करा कर ही मानते। उन्होंने आगे कहा कि ललन सिंह चुप बैठने वाले नहीं है, इसलिए कुछ और गुल खिलाएँगे। जदयू को अब उनसे और सावधान रहने की जरूरत है।
