जेडीयू और आरजेडी के बीच शुरू हुआ सौदेबाजी का दौर : तेजस्वी बन सकते हैं डिप्टी सीएम, राजद ने मांगा गृह मंत्रालय
पटना। बिहार के राजनैतिक गलियारे में मंगलवार को राज्य में सियासी सरगर्मी भूचाल बनने की ओर अग्रसर है। एक नए गठबंधन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। शाम तक बिहार की सियासत में बड़े फेर-बदल की संभावना जताई जा रही है। इस बीच राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन की बैठक के लिए विधायक पहुंच गए हैं। पहले सिर्फ राजद विधायक दल की बैठक होनी थी। लेकिन, इसमें माले के विधायक भी पहुंच गए हैं। वही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के विधायक भी बैठक में शामिल हैं। जानकारी के अनुसार जेडीयू और आरजेडी के बीच सौदेबाजी शुरू हो गयी है। गठबंधन बदलने से पहले आरजेडी ने नीतीश कुमार के सामने अपनी शर्त रख दी है। उसके मुताबिक तेजस्वी यादव फिर से बिहार के डिप्टी सीएम बन सकते हैं। तेजस्वी ने समर्थन देने की बात नीतीश तक पहुंचा दी है, लेकिन गृह मंत्रालय भी मांग लिया है। बता दे की नीतीश लंबे समय से गृह मंत्रालय का जिम्मा अपने पास रखे हुए हैं और कभी किसी डिप्टी सीएम या दूसरे मंत्री को नहीं मिला है। उनके राजनीतिक जीवन के सबसे भरोसेमंद डिप्टी सीएम सुशील मोदी को भी गृह मंत्रालय कभी नहीं मिला। कुल मिलाकर सीन यह बन रहा है कि तमाम तल्खियां भूलकर एक बार फिर से चाचा-भतीजा बिहार के सीएम और डिप्टी सीएम के रूप में एक साथ नजर आ सकते हैं।
नीतीश की गठबंधन सरकार
इधर, राबड़ी आवास पर जारी बैठक में मोबाइल ले जाने से मना किया गया है। आवास के बाहर ही कई विधायकों को अपना मोबाइल सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों को थमाते हुए देखा गया। राबड़ी आवास के भीतर विधायकों की गिनती भी की गई है। पूछे जाने पर विधायकों ने बहाने बना दिए।घटना को लेकर डीएम ने भी संज्ञान लिया है और शिक्षा परियोजना के डीपीओ को जांच का आदेश दिया हैनीतीश के गठबंधन बदलने से पहले जेडीयू से सौदेबाजी में नीतीश की गठबंधन सरकार इधर, राबड़ी आवास पर जारी बैठक में मोबाइल ले जाने से मना किया गया है।