आरएसएस के पूर्व निर्धारित एक्‍शन प्‍लान के अनुसार देश तोड़ने की राजनीति कर रहे हैं गिरिराज सिंह : जाप (लो)

22 अक्टूबर 2018: जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने अपने वक्तव्य में केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा नफरत और नाम बदलने की राजनीति को संविधान में लिए गए शपथ का उल्लंघन बताया। उन्‍होंने कहा कि मंत्री पद की शपथ के समय उन्होंने जो संकल्प लिया था कि बिना राग या    द्वेष के संविधान के प्रति अक्षुण निष्‍ठा रखूंगा, उसका उल्लंघन लगातार उनके द्वारा किया जा रहा है । नफरत की भावना को बढ़ाकर देश तोड़ने वाली शक्तियों को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। वे कहीं ना कहीं धार्मिक भावनाओं को भड़का कर वोट की राजनीति कर रहे हैं, जो आरएसएस का पूर्व निर्धारित एक्शन प्लान रहा है। उनका कोई जनाधार नहीं है और न इस बार मोदी लहर है। इसलिए उन्‍हें हार का डर है।

श्री अहमद ने कहा कि गिरिराज सिंह नाम बदलने से पहले अपने द्वारा किए गए काम का बखान करते तो यह नवादा  की जनता और देश के लिए  बेहतर होता। जब केन्द्र  सरकार  ने कोई काम ही नहीं किया है और पेट्रोल ,डीजल पर दाम बढ़ा दिया है तो वैसे मामले से जनता का ध्यान भटकाने के लिए नाम और और नफरत की राजनीति करके लोगों के बीच मतभेद की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। यह देश के हित में नहीं है ।

उन्‍होंने कहा कि आज भीम के वंशज को इज्जत नहीं देने वाले ही राम के वंशज होने का राग अलाप रहे हैं। वे शायद भूल गए हैं भारत ही एक ऐसा देश है जिसमें राम, कृष्ण, गुरु नानक, कबीर रहीम, बुद्ध, ख्वाजा गरीब नवाज, ईशा मसीह और दूसरे साधु संतों को इज्जत देने वाला का वंशज भारत मे बस्ता है। इस देश पर सभी धर्मों के लोगों का संवैधानिक अधिकार एक समान है। यहां किसी मोदी, योगी, शाह गिरी के अनुसार देश की सभ्यता और संस्कृति नहीं चल सकती है।

श्री अहमद ने कहा कि यह देश गंगा जमुनी सभ्यता और संस्कृति पर चलने वाला है और इसमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जो संविधान मिला है, उसके अनुरूप ही देश चलेगा। देश में काम की राजनीति होनी चाहिए नाम और नफरत की राजनीति नहीं। अन्यथा आने वाले2019 में ऐसे नाम और नफरत की राजनीति करने वालों को देश की जनता काम दाम और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर लुटेरों और भगोड़ा  को समर्थन देने वाली सरकार पलटने का काम करेगी।

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