बड़ी खबर-जमुई क्वारेंटाइन सेंटर में घोटाला उजागर,प्रधानाध्यापक के पत्र से खुलासा,डीएम ने दिए जांच के आदेश

पटना।कोरोना महा आपदा की इस घड़ी में प्रदेश के जमुई जिले के एक क्वॉरेंटाइन सेंटर में घोटाले का मामला प्रकाश में आया है।जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत स्थित उच्च विद्यालय धोबघट में वित्तिय अनियमितता का खुलासा हुआ है।दरअसल कोल्हुआ स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक भी प्रवासी श्रमिक नहीं आए।मगर इस प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर से संबंधित दैनिक प्रतिवेदन में उच्च विद्यालय धोबघट सेंटर के नाम पर 20 प्रवासी श्रमिकों को पंजीकृत दिखाया गया। इस प्रतिवेदन में कहा जा रहा है कि सभी 20 प्रवासी क्वॉरेंटाइन की अवधि पूर्ण कर चले गए।मगर प्रधानाध्यापक द्वारा खुलासा किए गए एक पत्र में कहा गया है की इस विद्यालय में आज तक एक भी प्रवासी नहीं ठहरा है।प्रधानाध्यापक के पत्र में कोरोना के नाम पर चल रहे वित्तीय अनियमितता को उजागर किया है।कोई भी स्थानीय पदाधिकारी इस मामले पर अपना मुंह नहीं खुल रहा है उच्च विद्यालय धोबघट के प्रधानाध्यापक कामता प्रसाद ने एक पत्र के माध्यम से पूरे मामले का खुलासा किया है।प्रधानाध्यापक द्वारा लिखे गए पत्र के अनुसार बिना किसी प्रवासी के ठहरे उल्लेखित क्वारेंटाइन सेंटर में 20 लोगों के ठहरने तथा उनके खाने-पीने से लेकर विदाई तक के नाम पर लाखों रुपए का हेराफेरी की गई है।इस संबंध में जमुई के जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने जिले के आपदा प्रभारी को जांच करने का जिम्मा दिया है।उन्होंने कहा कि पारदर्शी तरीके से जांच होगी तथा जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी। गौरतलब है की प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों का आने का क्रम जारी है।उनके लिए सरकार के द्वारा सभी प्रखंडों में क्वारेंटाईन सेंटरों की व्यवस्था की गई है। कहां जा रहा था की आपदा राहत के नाम पर किए जा रहे कार्यों में किसी किस्म की अनियमितता नहीं बरती जाएगी।मगर जमुई में आज हुए इस खुलासे ने सरकार के कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

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