गोपालगंज में 22 दिसंबर को इथेनॉल फैक्ट्री का उद्घाटन करेंगे सीएम नीतीश, तैयारियों में जुटा प्रशासन

गोपालगंज। बिहार का गोपालगंज जिला इथेनॉल की क्षेत्र में क्रांति के रूप में आगे बढ़ रहा है। गोपालगंज का दूसरा इथेनॉल फैक्ट्री सिधवलिया में बनकर तैयार हो गया है। 22 दिसंबर को सीएम नीतीश कुमार उद्घाटन करेंगे। जिला प्रशासन और चीनी मिल प्रबंधन की ओर से कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी गयी है। मगध शुगर एनर्जी प्रा.लि. के एजीएम आशीष खन्ना ने बताया कि इथेनॉल फैक्ट्री पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। प्रतिदिनि 75 हजार लीटर इथेनॉल का उत्पाद होगा। उन्होंने बताया कि सीएम के हाथों इसका उद्घाटन किया जायेगा। इथेनॉल फैक्ट्री में सैकड़ों मजदूरों को रोजगार मिली है। उन्होंने बताया कि चीनी मिल में पहले से 18 मेगावाट बिजली तैयार होती है। सुगर मील और बिजली उत्पाद के साथ-साथ एक और बड़ी उपलब्ध इथेनॉल फैक्ट्री के रूप में जुड़ गयी है। वहीं, गोपालगंज में पहले से बैकुंठपुर प्रखंड के राजापट्टी में सोनासती ऑर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड भी है, जिसमें इथेनॉल फैक्ट्री चलती है।
क्या है इथेनॉल, कहां होती है इस्तेमाल
इथेनॉल एक प्रकार का अल्कोहल होता है, जिसे पेट्रोल के साथ एक निश्चित अनुपात में मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। इथेनॉल की मुख्य स्त्रोत गन्ने की फसल से है। इथेनॉल पर्यावरण अनुकूल इंधन है, जो धुएं से निकलनेवाले कार्बन मोनोऑक्साइडके उर्त्सजन को 35 फीसदी तक कम कर देता है। इसके इस्तेमाल करने से नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन में भी कमी आती है, इसलिए इथेनॉल को इको-फ्रेंडली या पर्यावरण अनुकूल भी कह सकते हैं। इथेनॉल का उत्पादन गन्ने से होता है। चीनी मिल से निकलने वाली गन्ने की शीरे से इथेनॉल का उत्पाद किया जायेगा। पहला इथेनॉल उत्पादन फैक्ट्री होगा, जो पूरे इलाके के लिए नजीर बनेगा। सरकार इथेनॉल फैक्ट्री को लगाने पर जोर दे रही है।

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