पुलिस से मुठभेड़ के बाद 50 हजार का इनामी भगौड़ा अपराधी भगत मुखिया गिरफ्तार

बाढ। पुलिस की नजरों से बचते फिर रहे इनामी अपराधी भगत मुखिया आखिरकार पटना पुलिस के गिरफ्त में आ ही गया। सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के नेतृत्व में की गई कार्रवाई के दौरान पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल का 50,000 का इनामी अपराधी भगत मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाढ़ थाना क्षेत्र के जल गोविंद निवासी भगत मुखिया उर्फ अरविंद महतो की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और जिला पुलिस द्वारा साझा अभियान चलाया गया। अभियान में एसटीएफ के एसओजी वन की टीम के अलावा मोकामा, बाढ़, पंडारक, हाथीदह और एनटीपीसी थानों के थानाध्यक्ष भी शामिल थे। जलगोविंद में अपराधी अरविंद महतो उर्फ भगत मुखिया को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर अपराधियों द्वारा गोलियां भी चलाई गई। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। एसटीएफ और पुलिस के द्वारा 12 राउंड फायरिंग की गई। भगत मुखिया और उसके साथियों द्वारा भी आठ से 10 राउंड फायरिंग की गई। और अंततः पुलिस ने भगत मुखिया को गिरफ्तार करने में सफल रही।
मिली जानकारी के अनुसार भगत मुखिया के जल गोविंद गांव में छिपे होने की सूचना मिलने के बाद एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम ने बाढ़ अनुमंडल के जल गोविंद गांव को चारों ओर से घेर लिया। सामुदायिक भवन पर छापामारी की गई और इसी दौरान अपराधियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ और पुलिस ने भी अपराधियों का मुंह तोड़ जवाब दिया। मुखिया के कुछ समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने एक पिस्टल, कुछ गोलियां और एक स्कार्पियो गाड़ी को भी जब्त किया है।

बताया जाता है कि गिरफ्तार भगत मुखिया और उनकी मुखिया पत्नी ने लोकसभा चुनाव में जदयू प्रत्याशी ललन सिंह को जिताने के लिए कड़ी मेहनत की थी। भगत मुखिया महीनों से फरार चल रहा था। फरारी के दौरान भगत मुखिया ने गांव-टोलों में ललन सिंह के पक्ष में जमकर चुनाव प्रचार किया था। पटना पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए महीनों से उसके पीछे लगी हुई थी लेकिन वह हमेशा बचता रहा था।

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