देश के पैसों को बचाने के लिए समय की मांग है ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ : उपेंद्र कुशवाहा
पटना। लोकसभा का 5 दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है। चर्चा यह है कि इस दौरान वन नेशन वन इलेक्शन की नीति पर चर्चा होगी और इसको लेकर अब पूरे देश में सियासत भी तेज हो गई है। राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का मानना है कि अगर ऐसा होता है तो या देश हित में होगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि किस मुद्दे पर लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया गया यह तो हमें नहीं पता है, लेकिन अगर वन नेशन वन इलेक्शन की नीति को लेकर चर्चा होगी तो बहुत अच्छी बात होगी। इससे पैसे की बर्बादी भी बहुत होती है। ऐसा देखा जाता है कि पूरे साल देश में कहीं ना कहीं किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते हैं। प्रशासनिक तंत्र को भी इस चुनाव को करवाने में काफी दिक्कत होती है। इसका समाधान अगर है तो वन नेशन वन इलेक्शन ही है और इसे देश में लागू होना चाहिए। वहीं भाजपा के प्रवक्ता योगेंद्र पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगर यह सोच बना ली है तो यह लागू होकर रहेगी। मोदी सरकार ने एक देश एक चुनाव की संभावनाएं तलाशने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। इससे लोकसभा चुनाव का समय आगे बढ़ने की आशंका भी जतायी जाने लगी है। ऐसा करने के पीछे का कारण कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ संपन्न कराना को माना जा रहा है। बता दें कि देश में 1967 तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे।


