पटना में तेज रफ्तार ट्रक और कार की टक्कर, अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ी, ट्रक ड्राइवर फरार

पटना। पटना में सोमवार की सुबह एक बड़ा सड़क हादसा उस समय हुआ जब दीदारगंज टोल प्लाजा के पास पटना-बख्तियारपुर एनएच-30 पर तेज रफ्तार ट्रक और एक मारुति कार की जोरदार टक्कर हो गई। यह घटना सुबह के समय घटी, जब सड़क पर सामान्य रफ्तार से वाहन आ-जा रहे थे। बताया जाता है कि मारुति कार पटना सिटी की ओर से फतुहा की तरफ जा रही थी। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने अचानक कार को जोरदार धक्का मार दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक अनियंत्रित होकर सीधे सड़क के बीच बने डिवाइडर पर चढ़ गया। वहीं मारुति कार का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सबसे राहत की बात यह रही कि कार में सवार पिता और पुत्र पूरी तरह सुरक्षित रहे। स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दोनों को कार से बाहर निकाला। हादसे के समय की भयावह स्थिति को देखते हुए यह किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है कि कार सवारों को खरोंच तक नहीं आई। टक्कर के बाद ट्रक चालक घबराकर मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही आस-पास के लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने न सिर्फ कार सवारों को बाहर निकाला बल्कि तुरंत पुलिस को भी खबर दी। सूचना मिलने पर दीदारगंज थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने में जुट गई। चूंकि ट्रक डिवाइडर पर फंसा हुआ था, इसलिए पुलिस ने क्रेन मंगवाकर उसे हटवाया। इस बीच यातायात पूरी तरह बाधित हो गया था। नेशनल हाईवे पर वाहन कई किलोमीटर तक जाम में फंस गए। पुलिसकर्मियों ने मशक्कत कर धीरे-धीरे रास्ते को साफ कराया और यातायात को सामान्य किया। टोल प्लाजा के एसओ देवेंद्र कुमार राणा ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ट्रक की टक्कर से मारुति कार क्षतिग्रस्त हुई, लेकिन सौभाग्य से किसी को कोई चोट नहीं लगी। उन्होंने यह भी कहा कि हादसा अगर थोड़ी और गंभीर स्थिति में होता, तो बड़ा नुकसान हो सकता था।फिलहाल पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है और फरार चालक की तलाश की जा रही है। इस मामले में जांच की जा रही है कि ट्रक चालक तेज रफ्तार में वाहन क्यों चला रहा था और टक्कर की असली वजह क्या रही। यह हादसा एक बार फिर यह संदेश देता है कि तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग किस तरह से बड़े हादसों को जन्म दे सकती है। गनीमत रही कि इस घटना में किसी की जान नहीं गई, वरना परिणाम भयावह हो सकते थे। स्थानीय लोग भी मानते हैं कि अगर आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए न आते, तो स्थिति बिगड़ सकती थी। कुल मिलाकर, पटना का यह हादसा भले ही जनहानि के मामले में सौभाग्यशाली रहा, लेकिन इसने यातायात सुरक्षा और सतर्कता की गंभीर आवश्यकता को एक बार फिर सामने ला दिया है।
