दरभंगा में प्रभारी हेडमास्टर की गोली मारकर हत्या, घात लगाए अपराधियों ने वारदात को दिया अंजाम
दरभंगा। दरभंगा जिले के मनीगाछी प्रखंड के उजान गांव में एक दर्दनाक घटना घटी है, जिसमें एक सरकारी स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर राजेश कुमार ठाकुर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना गुरुवार देर शाम उस समय हुई जब वे अपने स्कूल से ब्लॉक जाने के लिए निकले थे। कहा जा रहा है कि अपराधियों ने पहले से ही घात लगाकर राजेश कुमार का इंतजार किया और उनके आते ही ताबड़तोड़ फायरिंग की। गोली उनकी कमर में लगी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। शिक्षक राजेश कुमार ठाकुर सोनपुर मधुपुर प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी हेडमास्टर के पद पर थे। उनका हाल ही में मधुबनी जिले के फुलपरास स्थित उनके गृह प्रखंड में ट्रांसफर हो गया था। हालांकि, वे बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के प्रभार में होने की वजह से नए स्कूल में ज्वाइन नहीं कर पाए थे और पुरानी जगह ही कार्यरत थे। राजेश कुमार का चयन दो साल पहले टीआरई वन के तहत हुआ था। गुरुवार देर शाम को जब वे स्कूल से ब्लॉक जा रहे थे, तभी अपराधियों ने अचानक हमला कर दिया। गोली लगते ही राजेश कुमार सड़क किनारे गिर पड़े, लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई और पास ही अपने साथी शिक्षक के घर पहुंचकर घटना की जानकारी लोगों को दी। इसके बाद स्थानीय लोग उन्हें इलाज के लिए पंडोल के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें डीएमसीएच रेफर कर दिया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही बेनीपुर के एसडीपीओ आशुतोष कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की तफ्तीश शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की पुष्टि की। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि यह हत्या आपसी रंजिश या पुरानी दुश्मनी का नतीजा हो सकती है। हालांकि, हत्या के कारणों का स्पष्ट रूप से पता अभी नहीं चल पाया है और पुलिस पूरी गंभीरता के साथ जांच में जुट गई है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल बन गया है। ग्रामीणों व शिक्षकों में आक्रोश है और वे अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी तथा सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं, खासकर ऐसे मामलों में जब वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे होते हैं। प्रशासन ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाएगा। दरभंगा की इस घटना ने समाज में असुरक्षा की भावना को बढ़ाया है और शैक्षणिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह मामला सिर्फ एक शिक्षक की हत्या नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था की चुनौती भी है। आवश्यकता है कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई करे, ताकि शिक्षक समुदाय और आम जनता में विश्वास कायम रह सके।


