होली में सरकार की लापरवाही देगा कोरोना को दावत, अन्य राज्यों से आने वालों की जांच की नहीं हैं व्यवस्था

पटना। देश में कोरोना की तीसरी लहर अब अपने अवसान पर है। महाराष्ट्र और दक्षिण के कुछ राज्यों को छोड़ दें तो अन्य में सौ से कम नए संक्रमित हर दिन मिल रहे हैं।हालांकि, देश में अब भी करीब सात हजार नए संक्रमित हर दिन मिल रहे हैं। ऐसे में होली पर इन राज्यों से बड़ी संख्या में आने वालों की कोरोना जांच कराने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह का कहना है कि अभी तक इस बाबत स्वास्थ्य विभाग से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए है, जैसे निर्देश मिलेंगे वैसी व्यवस्था की जाएगी।

होली के पहले व बाद के 10 दिन अहम

डाक्टरों के अनुसार होली पर्व लोग 15 दिन पूर्व से महाराष्ट्र, दिल्ली समेत देश के कोने-कोने से लोग घर लौटते हैं। ऐसे में होली के पहले और बाद के 10-10 दिन खास चौकसी बरतने की जरूरत है। इस बीच बाहर से आने वालों की जांच, आशंकित लक्षण होने पर लोगों से जरूर जांच कराने और बिना मास्क घर से बाहर नहीं निकलने का आह्वान किया जाना चाहिए। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग पटना की बड़ी आबादी के टीकाकरण के कारण काफी हद तक आश्वस्त है कि अब बहुत अधिक गंभीर परिणाम सामने नहीं आएंगे। यही कारण है कि राजधानी में संचालित इकलौते कोविड डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर पाटलिपुत्र अशोक होटल को भी बंद कर दिया गया है।

बच्‍चों के लिए नहीं आई है कोरोना की वैक्‍सीन

वही जिस तरह से कोरोना वायरस का म्‍यूटेशन होता है, वैसे में अब भी काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसा न हो कि हम लापरवाही बरतें और वायरस का नया रूप आकर लोगों को परेशान कर दे। इसलिए सरकार को चाहिए कि ऐसी स्थिति आने से पहले उपाय कर ले। यह ठीक है कि टीकाकरण का बड़ा असर पड़ा है लेकिन अभी भी हजारों की आबादी ने टीका नहीं लगवाया है। वहीं बच्‍चों का वैक्सिनेशन भी नहीं हुआ है।

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