November 28, 2025

पटना में गंगा में डूबती युवती को एसएसबी जवानों ने बचाया, अस्पताल में भर्ती

पटना। बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को एक साहसिक घटना घटी, जिसमें सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों ने गंगा नदी में डूबती हुई एक युवती की जान बचाई। यह घटना तब हुई जब नीतू नाम की एक युवती, जो पटना पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा देने के लिए आई थी, महात्मा गांधी सेतु पर सेल्फी लेने के दौरान अनियंत्रित होकर गंगा नदी में गिर गई। घटना के अनुसार, नीतू सेल्फी लेते समय अपना संतुलन खो बैठी और नदी के तेज बहाव में बहने लगी। उसकी स्थिति काफी गंभीर थी, क्योंकि गंगा नदी का प्रवाह उस समय बहुत तेज था। हालांकि, नीतू की किस्मत अच्छी थी कि गायघाट पर ड्यूटी कर रहे एसएसबी जवानों की नजर उस पर पड़ गई। एसएसबी के सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार जडेजा, जो इस समय गायघाट पर तैनात थे, ने तुरंत कार्रवाई करने का फैसला किया। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर स्थिति का जायजा लिया और तुरंत एक बोट के जरिए नीतू को बचाने के लिए गंगा नदी में उतर गए। सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार जडेजा और उनकी टीम ने साहसिक प्रयास के जरिए नीतू तक पहुंचने में सफलता पाई। उन्होंने सेफ्टी जैकेट पहनकर और बोट की मदद से नीतू को सुरक्षित बाहर निकाला। जवानों के इस साहसिक कदम की बदौलत नीतू की जान बच गई। इस पूरी घटना के दौरान जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना नीतू की सुरक्षा को प्राथमिकता दी, जो कि एक अनुकरणीय कार्य है। नीतू को नदी से बाहर निकालने के बाद तुरंत प्राथमिक चिकित्सा दी गई और उसकी हालत को देखते हुए उसे पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में नीतू का इलाज चल रहा है और उसकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, उसे जल्द ही पूरी तरह से स्वस्थ होने की उम्मीद है। सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार जडेजा, जो कि गुजरात के निवासी हैं, ने इस घटना के बारे में बताया कि वह अपनी ड्यूटी के दौरान जब गांधी सेतु की तरफ देख रहे थे, तो उन्होंने देखा कि एक लड़की बीच गंगा नदी में गिर पड़ी है। उन्होंने तुरंत अपनी टीम के साथ बचाव कार्य शुरू किया और इस साहसिक कार्य को अंजाम दिया। इस घटना के बाद एसएसबी जवानों के इस बहादुरी भरे कदम की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। स्थानीय लोग और प्रशासनिक अधिकारी भी जवानों के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हमारे सुरक्षा बल हर स्थिति में अपनी ड्यूटी के प्रति सजग और तत्पर रहते हैं। नीतू और उसके परिवार वालों के लिए यह एक बड़ी राहत की बात है कि उसे समय पर मदद मिल गई और उसकी जान बचा ली गई। पटना में हुए इस साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन ने न केवल जवानों की बहादुरी को उजागर किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि कैसे त्वरित कार्रवाई से बड़ी से बड़ी आपदा को टाला जा सकता है। इस घटना के बाद, गंगा नदी के किनारे और पुलों पर सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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