नववर्ष के मौके पर बड़ी पटन देवी के मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, दर्शन को लगी लंबी लाइन
पटना। नववर्ष के अवसर पर पटना सिटी स्थित बड़ी पटन देवी मंदिर सहित अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कंपकंपाती ठंड के बावजूद भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिला। श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबे नजर आए और सुबह से ही पूजा-अर्चना के लिए लंबी कतारों में खड़े दिखे।
पूजा-अर्चना का अद्भुत नजारा
बड़ी पटन देवी मंदिर, शीतला माता मंदिर और जल्ला हनुमान मंदिर जैसे स्थानों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। बड़ी पटन देवी मंदिर के महंत के अनुसार, हर वर्ष की तरह इस बार भी नए साल के पहले दिन भक्तों की भारी संख्या में उपस्थिति रही। मंदिर के द्वार सुबह 5:00 बजे खोल दिए गए, और भक्तों ने माता के जयकारों के साथ दर्शन किए।
श्रद्धालुओं का अनुभव
कंकड़बाग से पहुंचे राजेश कुमार ने बताया कि वे हर साल बड़े पटन देवी मंदिर में माता का आशीर्वाद लेने आते हैं। यह उनकी परंपरा है और इससे उन्हें पूरे साल सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। वहीं, शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे एक नवविवाहित जोड़े ने माता से सुखमय दांपत्य जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि साल के पहले दिन माता के दर्शन करने से उन्हें मानसिक शांति और शुभकामनाएं मिलती हैं।
मंदिर परिसर का माहौल
मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की आवाजाही से माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया। माता के जयकारों और मंत्रोच्चार से वातावरण गूंज उठा। मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा कि साल के पहले दिन माता के दर्शन करने से जीवन में सुख-शांति और सकारात्मकता आती है।
दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं
मंदिर प्रशासन ने दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की थीं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और सुविधा का खास ख्याल रखा गया। कतारबद्ध दर्शन के लिए निर्देश दिए गए थे, ताकि सभी भक्त आराम से पूजा-अर्चना कर सकें।
नववर्ष का स्वागत भक्तिमय अंदाज में
नए साल के पहले दिन लोग अपने-अपने अंदाज में इसका स्वागत करते हैं। कोई पार्टी और जश्न मनाता है तो कोई आध्यात्मिक यात्रा पर निकलता है। बड़ी पटन देवी मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा कि माता के दर्शन से उनके साल की शुरुआत शांतिपूर्ण और आशीर्वादमय होती है। पटना के बड़ी पटन देवी मंदिर और अन्य मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ यह दर्शाती है कि भक्ति और आस्था का हमारे जीवन में कितना महत्व है। नववर्ष की शुरुआत यदि सकारात्मक सोच और माता के आशीर्वाद से हो, तो पूरा साल शुभ और सुखमय हो सकता है। इस अवसर पर भक्तों की श्रद्धा और मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाएं वाकई प्रशंसनीय रहीं।