BIHAR : गंगा के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर एवं कहलगांव में हुई वृद्धि

पटना। जल संसाधन सचिव संजीव हंस एवं आपदा प्रबंधन के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बिहार के विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अद्यतन जानकारी दी।
संजीव हंस ने बताया कि गंडक नदी में आज 12 बजे दिन में 2,12,200 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति स्थिर है। गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट में कल सुबह 6 बजे 48.50 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से नीचे है। विगत 24 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर एवं कहलगांव में क्रमश: 56, 27, 28, 22, 19, 08 एवं 01 सेमी की वृद्धि हुई है। कोसी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 35.61 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 33.85 मीटर से 1.76 मीटर ऊपर है। सोन नदी में आज 12 बजे दिन में 34,793 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति स्थिर है। बागमती नदी का जलस्तर ढेंग, सोनाखान, कटौझा, बेनीबाद एवं हायाघाट गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि डूब्बाधार तथा कनसार/चंदौली गेज स्थल पर जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम एवं झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से क्रमश: 0.25 मीटर एवं 0.10 मीटर नीचे है। महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर में खतरे के निशान से नीचे है एवं ढेंगराघाट गेज स्थल पर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। अधवारा नदी का जलस्तर सोनवर्षा, सुंदरपुर एवं पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकंदरपुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल एवं खगड़िया में खतरे के निशान से नीचे है। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण तटबंधों पर अत्यधिक दवाब उत्पन्न हुआ, जिसके कारण तटबंध के कई बिन्दुओं पर सीपेज-पाईपिंग की समस्या परिलक्षित हुई, जिसे क्षेत्रीय अभियंताओं द्वारा युद्धस्तर पर दिवा-रात्रि बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराकर सुरक्षित रखा गया है। घाघरा नदी का जलस्तर दरौली एवं गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से 0.47 मीटर एवं 0.32 मीटर ऊपर है।
6 जिलों की 1,310 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित
आपदा प्रबंधन के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया है कि नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,310 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 09 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 10 राहत शिविरों में कुल 12,670 लोग आवासित हैं। 723 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 05,85,048 लोग भोजन कर रहे हैं। विज्ञप्ति के अनुसार बाढ़ प्रभावित 8,44,848 परिवारों को जीआर की राशि 06 हजार रुपए की दर से कुल 506.91 करोड़ रुपए उनके बैंक खाते में भेजी जा चुकी है।

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