मानसून की दस्तक लेकर दानापुर में पहुंचा साइबेरियन पक्षियों का झुंड, पटना में जल्द झमाझम बारिश के आसार
पटना। दानापुर में प्रवासी पक्षी साइबेरियन क्रेन का आना शुरू हो गया है। साइबेरियन क्रेन को मानसून का सूचक भी माना जाता है। आर्मी क्षेत्र में इन पक्षियों के आने से लोगों को अच्छी बारिश की उम्मीद बंध जाती है। ये पक्षी मानसून के आगमन से पहले ही यहां पहुंच जाते हैं और ठंड का मौसम समाप्त होते ही वापस लौट जाते हैं। साइबेरियन क्रेन के छावनी क्षेत्र में पहुंचने के साथ ही दानापुर पक्षी विहार में तब्दील हो गया है। पिछले कुछ दिनों से जांघिल का आना भी शुरू हो गया है। छावनी परिसर के वृक्षों पर जांघिल घोंसले बनाने में जुट गए हैं। हर साल मई के अंत में प्रवासी पक्षी जांघिल छावनी क्षेत्र में पहुंचते हैं। इस बार भीषण गर्मी के चलते जून के दूसरे सप्ताह में वे घोंसले बना रहे हैं। सफेद और काले रंग के ये प्रवासी पक्षी देखने में काफी खूबसूरत होते हैं। इनका वजन दो से तीन किलो तक होता है और इनका भोजन छोटी-छोटी मछलियां और पानी में रहने वाले कीड़े-मकोड़े होते हैं। जांघिल के यहां आने का इतिहास पुराना है, लेकिन इसका कोई ठोस प्रमाण उपलब्ध नहीं है। मानसून के दौरान हर साल ये पक्षी यहां आते हैं और प्रवास के दौरान अंडे देते हैं। वे हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके यहां पहुंचते हैं और शोर से भयभीत रहते हैं। समूह में भोजन की तलाश में उड़ते हैं और इन्हें ओपन बिल स्टॉर्क के नाम से भी जाना जाता है। सब एरिया क्षेत्र के वृक्षों पर वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। साइबेरियन क्रेन 1963 से 1971 तक आर्मी का प्रतीक चिह्न रहा है। इन पक्षियों के आगमन से दानापुर छावनी क्षेत्र गुलजार हो गया है और लोगों में मानसून के आने की उम्मीद जागी है। अब लोगों को इंतजार है झमाझम बारिश का, जो प्रचंड गर्मी से राहत दिलाएगी और खेतों को नई फसलों के लिए तैयार करेगी। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि इस बार प्रचंड गर्मी के कारण जून के दूसरे सप्ताह के बाद कुछ पेड़ों पर ही घोंसले बने दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि पक्षियों का आना मानसून के आगमन का संकेत है और इससे स्थानीय लोगों में खुशी और उत्साह का माहौल है। दानापुर में साइबेरियन क्रेन और जांघिल के आगमन से यह क्षेत्र पक्षी विहार बन गया है। इन पक्षियों का आना प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाता है और स्थानीय पारिस्थितिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उम्मीद है कि जल्द ही पटना में भी झमाझम बारिश होगी, जो इस गर्मी से राहत दिलाएगी और कृषि के लिए लाभकारी साबित होगी।


