December 17, 2025

पटना में जमीनी विवाद में गोलीबारी, एक गिरफ्तार, लाइसेंसी बंदूक और खोखे बरामद

पटना। बेउर थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि आपसी रंजिश किस तरह हिंसक रूप ले सकती है। रविवार देर रात वृंदावन कॉलोनी में हुए इस मामले में एक व्यक्ति पर गोली चलाई गई, हालांकि सौभाग्य से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से लाइसेंसी बंदूक के साथ तीन खाली खोखे बरामद किए हैं।
जमीन की बाउंड्री देखने गए थे पीड़ित
पीड़ित कृपानंद सिंह के अनुसार, वह अपनी जमीन की बाउंड्री का जायजा लेने के लिए रविवार रात वृंदावन कॉलोनी पहुंचे थे। लंबे समय से जमीन को लेकर पड़ोसियों के बीच विवाद चल रहा था। इसी दौरान उनके पड़ोसी रामजीवन कुमार से कहासुनी हो गई। आरोप है कि बहस के दौरान रामजीवन कुमार ने गाली-गलौज शुरू कर दी और बात इतनी बढ़ गई कि उसने हिंसक कदम उठा लिया।
छत से की गई तीन राउंड फायरिंग
कृपानंद सिंह का आरोप है कि रामजीवन कुमार अपने घर की छत पर गया और वहां से अपनी लाइसेंसी बंदूक से तीन राउंड फायरिंग कर दी। अचानक हुई इस गोलीबारी से इलाके में दहशत फैल गई। रात के सन्नाटे में गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग सहम गए और अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, इस घटना में किसी को गोली नहीं लगी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
इलाके में फैली दहशत
गोलीबारी की घटना के बाद वृंदावन कॉलोनी में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन विवाद को लेकर पहले भी दोनों पक्षों के बीच तनाव रहा है, लेकिन किसी को यह अंदेशा नहीं था कि मामला इस हद तक पहुंच जाएगा। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों में समय रहते हस्तक्षेप कर विवाद को शांत कराया जाए, ताकि हिंसा की नौबत न आए।
पीड़ित ने दर्ज कराई शिकायत
घटना के बाद कृपानंद सिंह ने बेउर थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने अपने आवेदन में पूरे घटनाक्रम का विवरण देते हुए पड़ोसी पर जान से मारने की नीयत से गोली चलाने का आरोप लगाया। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शिकायत दर्ज होते ही बेउर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी रामजीवन कुमार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। छानबीन में पुलिस ने आरोपी के पास से एक डीबीबीएल लाइसेंसी बंदूक और तीन खाली खोखे बरामद किए। पुलिस का कहना है कि हथियार वैध लाइसेंस पर था, लेकिन उसका इस तरह से इस्तेमाल कानून का गंभीर उल्लंघन है।
हथियार जब्ती और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने लाइसेंसी बंदूक और खोखों को जब्त कर लिया है और मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उसने किन परिस्थितियों में गोली चलाई और क्या उसका उद्देश्य डराना था या किसी को नुकसान पहुंचाना। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी के खिलाफ पहले से कोई आपराधिक मामला दर्ज है या नहीं।
पुलिस अधिकारियों का बयान
फुलवारीशरीफ के पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामला गंभीर है और पुलिस इसकी गहनता से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि जमीन विवाद के कारण हुई इस गोलीबारी में किसी के घायल न होने के बावजूद कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का उद्देश्य ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।
जमीन विवाद और बढ़ती हिंसा
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जमीन से जुड़े विवाद किस तरह हिंसक घटनाओं में बदलते जा रहे हैं। अक्सर छोटे-छोटे विवाद समय रहते सुलझाए नहीं जाते, जिससे वे गंभीर रूप ले लेते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि स्थानीय स्तर पर मध्यस्थता और प्रशासनिक हस्तक्षेप से ऐसे मामलों को बढ़ने से रोका जा सकता है।
स्थानीय लोगों की चिंता
वृंदावन कॉलोनी के निवासियों ने घटना के बाद चिंता जताई है। उनका कहना है कि अगर लाइसेंसी हथियारों का इस तरह खुलेआम इस्तेमाल होने लगे, तो आम लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। लोगों ने मांग की है कि हथियार लाइसेंस जारी करने और उनके इस्तेमाल पर सख्त निगरानी रखी जाए।
कानून-व्यवस्था पर संदेश
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह संदेश जरूर गया है कि कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए केवल कार्रवाई ही नहीं, बल्कि विवादों के समाधान के लिए संवाद और प्रशासनिक सतर्कता भी जरूरी है। पटना के बेउर में हुई गोलीबारी की यह घटना भले ही बिना किसी जानमाल के नुकसान के समाप्त हो गई हो, लेकिन यह एक गंभीर चेतावनी है। जमीनी विवाद को लेकर हथियार उठाना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि समाज में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा करता है। अब सबकी नजर पुलिस जांच पर है कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और कैसे भविष्य में ऐसे विवादों को हिंसक होने से रोका जा सकता है।

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