बख्तियारपुर में आपसी विवाद में दो पक्षों में गोलीबारी, एक के गर्दन में लगी गोली, पीएमसीएच रेफर
- पुरानी रंजिश बनी तनाव का कारण, घटनास्थल से कट्टा बरामद; आरोपी पर पहले से पांच केस दर्ज
पटना। बख्तियारपुर प्रखंड के माधोपुर गांव में मंगलवार सुबह आपसी रंजिश ने एक बार फिर खूनी रूप ले लिया। दो पक्षों के बीच हुई ताबड़तोड़ गोलीबारी में संजय यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके गर्दन में गोली लगने के बाद स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया। घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी है, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सूत्रों के अनुसार, संजय यादव और मनोज यादव के बीच पिछले कई वर्षों से विवाद चला आ रहा है। कुछ दिनों पहले दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटना भी हुई थी, जिसके बाद से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों के बीच पुरानी दुश्मनी अक्सर झड़प का रूप ले लेती थी, लेकिन मंगलवार की घटना बेहद भयावह और जानलेवा साबित हुई। घटना सुबह करीब 8 बजे की है। संजय यादव अपने घर से पास के एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए निकले थे। इसी दौरान गांव के बाहर घात लगाए बैठे मनोज यादव और उसके साथियों ने अचानक उन पर हमला बोल दिया। लगभग पांच से छह की संख्या में हमलावरों ने संजय यादव को निशाना बनाते हुए गोलियां चलाईं। घटना के प्रत्यक्षदर्शी और संजय यादव के बेटे रौशन कुमार ने बताया कि हमलावरों ने करीब 20 से 25 राउंड गोलीबारी की। उन्होंने कहा, “मेरे पिता जैसे ही घर से निकले, मनोज यादव और उसके लोगों ने घेरकर गोलीबारी शुरू कर दी। किसी तरह लोगों ने उन्हें उठाकर अस्पताल पहुंचाया।” गंभीर रूप से घायल संजय यादव को पहले स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक देखते हुए तत्काल पीएमसीएच भेज दिया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही बख्तियारपुर पुलिस मौके पर पहुंची और क्षेत्र की घेराबंदी की। पुलिस ने घटनास्थल से एक देसी कट्टा बरामद किया है, जिसकी जांच की जा रही है। हालांकि वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपी घटना के बाद से फरार हैं। मामले की पुष्टि करते हुए एसडीपीओ-2 आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि यह घटना पुरानी रंजिश का नतीजा है। उन्होंने कहा, “संजय यादव और मनोज यादव के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। पहले भी उनके बीच मारपीट की घटनाएँ हो चुकी हैं। मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है।” उन्होंने आगे बताया कि मनोज यादव का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। उसके खिलाफ पहले से ही हत्या के प्रयास समेत पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। साथ ही उसके खिलाफ सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) का प्रस्ताव भी कोर्ट में भेजा जा चुका है। घटना के बाद से माधोपुर गांव में माहौल तनावपूर्ण है। पुलिस गांव में लगातार गश्त कर रही है ताकि किसी भी तरह की प्रतिशोध की घटना को रोका जा सके। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी और पूरे मामले को कानून के तहत सख्ती से निपटाया जाएगा। लगातार बढ़ती रंजिश और आपराधिक घटनाओं ने बख्तियारपुर क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि ऐसे आपराधिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा बहाल हो सके।


