November 17, 2025

राहुल और तेजस्वी बिहार में घुसपैठियों के लिए लड़ रहे, यहां अब नहीं लौटेगा 90 का दौर: गिरिराज सिंह

पटना। बिहार की सियासत इन दिनों चरम पर है, और नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। गिरिराज सिंह ने उन्हें देश विरोधी ताकतों के साथ खड़ा होने वाला बताया और आरोप लगाया कि दोनों नेता बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के हित में काम कर रहे हैं।
घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप
गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी घुसपैठियों के समर्थन में आवाज उठा रहे हैं, जबकि ये लोग देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के लिए नहीं बल्कि देशवासियों के खिलाफ लड़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव भी इसी लाइन पर चल रहे हैं और बिहार में अव्यवस्था फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
90 के दशक की राजनीति में लौटने की कोशिश
गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी देश को 90 के दशक की अराजकता और जातिवादी राजनीति में लौटाना चाहते हैं। उस दौर में बिहार में जंगलराज, सामाजिक अस्थिरता और विकास का अभाव देखा गया था। गिरिराज सिंह ने कहा कि आज जब बिहार विकास की राह पर है, तब कुछ नेता इसे वापस पुराने अंधेरे दौर में धकेलने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार अब उस युग में वापस नहीं जाएगा।
संविधान की रक्षा का दावा और राहुल पर हमला
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी द्वारा संविधान की प्रति लेकर चलने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी डमी संविधान की किताब हाथ में लिए घूमते हैं लेकिन असल में वे उसके मूल्यों और आत्मा की रक्षा नहीं कर रहे। उनके अनुसार, अगर कोई वास्तव में संविधान की रक्षा कर रहा है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उन्होंने कहा कि संविधान को सबसे बड़ा खतरा राहुल गांधी जैसे लोगों से है।
सहयोगियों के अपमान का मुद्दा
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी की यात्रा में पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को रथ पर स्थान न देने को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने इसे सहयोगियों का अपमान और विपक्षी खेमे में अंदरूनी मतभेद का संकेत बताया। गिरिराज के अनुसार, यह घटना स्पष्ट करती है कि विपक्षी गठबंधन में एकता केवल दिखावे की है और वास्तविकता में गहरे मतभेद मौजूद हैं।
विवादित नारों पर कड़ी प्रतिक्रिया
राजद विधायक द्वारा गयाजी में ‘भूरा बाल साफ करो’ जैसे विवादित नारे को दोहराए जाने पर गिरिराज सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसे नारे समाज को तोड़ने का कार्य करते हैं और यह एक बार फिर से जातिवाद और नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने की कोशिश है। उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश बताया जो बिहार को फिर से सामाजिक तनाव की ओर ले जा सकती है।
देश और संविधान को बचाने की अपील
गिरिराज सिंह ने अंत में कहा कि भारत की जनता को ऐसे नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है, जो घुसपैठियों के समर्थन में खड़े होते हैं और संविधान को ढाल बनाकर देशविरोधी राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही देश सुरक्षित है और संविधान की रक्षा संभव है। गिरिराज सिंह का यह बयान आगामी चुनावों से पहले भाजपा की आक्रामक रणनीति का संकेत है। वे एक ओर जहां विपक्ष को घुसपैठियों और देशविरोधी ताकतों के साथ जोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी को संविधान के रक्षक के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। यह साफ है कि आने वाले दिनों में सियासी घमासान और भी तेज होगा।

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