बेटी की विदाई से पहले पिता की हत्या : मॉर्निंग वॉक पर निकले प्रॉपर्टी डीलर को मारी गोली, जमीन विवाद की आशंका

फतुहा। पटना के फतुहा थाना क्षेत्र के हाई स्कूल प्रांगण में मॉर्निंग वॉक के दौरान 4 बाइक सवारों ने प्रॉपर्टी डीलर को ताबड़तोड़ गोलियां मार दीं। जिससे प्रॉपर्टी डीलर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आनन-फानन में उसे फतुहा पीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने एसएच-106 पर शव रखकर प्रदर्शन किया, जिसके कारण आधे घंटे तक जाम लगा रहा। फतुहा डीएसपी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। मृतक की पहचान फतुहा थानाक्षेत्र के नोहटा निवासी शिव कुमार यादव के रूप में की गई। वह प्रॉपर्टी डीलिंग करता था। हत्या की वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह 6 बजे के आसपास शिव कुमार घर के पास हाई स्कूल के मैदान में मॉर्निंग वॉक के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान पहले से घात लगाए बाइक पर सवार 4 अपराधियों ने शिव कुमार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। उनको 2 गोलियां मारी गईं, जिससे शिव कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। अपराधियों ने एक गोली उनके सिर के पिछले हिस्से में जबकि दूसरी गोली कमर के बाएं हिस्से में मारी। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखे भी बरामद किए हैं। पुलिस हत्यारों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी को लेकर सघन छापेमारी कर रही है। फतुहा डीएसपी राजेश कुमार मांझी ने आपसी रंजिश और जमीन विवाद में हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने परिजनों को जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करने का भरोसा दिलाया।

 

बेटी बोली- अब डोली पर कौन बिठाएगा
सुबह-सवेरे हुई एक हत्या से एक परिवार का पूरा सपना बिखर गया। हत्या परिवार के मुखिया की हुई है, लिहाजा परिवार के एक-एक सदस्य का सपना बिखर जाना लाजमी है। बात फतुहा के प्रापर्टी डीलर शिव कुमार की है, जिनकी हत्या सोमवार की सुबह हाई स्कूल में मॉर्निंग वॉक करने के दौरान बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर कर दी। शिवकुमार के चार बच्चों में दो बेटा और दो बेटी है। पत्नी गृहिणी है। एक बेटा और बेटी बालिग है जबकि दो बच्चे नाबालिग हैं। शिव कुमार की हत्या से दो सपने धरे रह गए। बेटा को इंजीनियर के रूप में देखना और बेटी के हाथ पीले करने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। बड़ा बेटा रविकांत बी-टेक फाइनल करने के बाद इंजीनियरिंग में आगे की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बड़ी बेटी पूजा बीए फाइनल कर चुकी है। बेटी पूजा के हाथ पीले करने की मंशा शिव कुमार की पूरी नहीं हो सकी। ग्रेजुएशन कर चुकी बड़ी बेटी दहाड़ मार कर रो रही है। सिर्फ यही कहकर चीख रही है कि अब घर से डोली पर कौन विदा करेगा।


वहीं शिव कुमार के दो नाबालिग बच्चों में बेटी निशा इंटर का एग्जाम दे चुकी है, जबकि छोटा बेटा शशिकांत बोर्ड का इम्तिहान पास कर चुका है। मूल पूंजी के रूप में परिवार वालों के पास एक बीघे के करीब जमीन और एक ट्रक मात्र बचा है, जो भाड़े पर चलता है। पापा का सबसे अधिक प्यार पाने वाली छोटी बेटी निशा बार-बार अपने पिता को याद कर फफक-फफक कर रोने लगती है। कहती है कि अब कौन उसका ख्याल रखेगा। पापा कहकर वह किसे पुकारेगी। बिलखती हुई निशा पिता के हत्यारों की कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रही है। वहीं शिव कुमार की पत्नी बार-बार बेहोश हो रही हैं। पड़ोसी से लेकर रिश्तेदारों की घर में भीड़ लगी हुई है।

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