बीसीए की कारगुजारी,रिटायर्ड जज पर करवा दी एफआईआर,हाई कोर्ट ने लगाई कड़ी फटकार,अब हालत खराब

पटना।बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े एक मामले की हाईकोर्ट में सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति संदीप कुमार ने कड़ी फटकार लगाई है।दरअसल बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के ओएसडी मनोज कुमार के द्वारा पिछले दिनों पटना के पाटलिपुत्र थाना में एक एफआईआर सं-421/23 दर्ज कराया गया था।जिसमें अमित कुमार तथा पारसनाथ राय नाम के दो शख्स पर बीसीए के नाम पर धोखाधड़ी तथा अन्य आरोप लगाए गए थे। बिहार भाजपा के कोषाध्यक्ष तथा कद्दावर नेता राकेश तिवारी अभी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।बीसीए के करगुजारियों को लेकर कई बार पूर्व में भी विवाद खड़े हो चुके हैं। वर्तमान अध्यक्ष राकेश तिवारी के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले जाने के बावजूद के बीसीए के अंदरखाने में चल रहे विवाद खत्म नहीं हो रहे हैं। ताजे मामले के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक बीसीए के ओएसडी मनोज कुमार ने गत दिनों पाटलिपुत्र थाना में एक एफआईआर दर्ज कराया था।जिस पर अमित कुमार एवं पारसनाथ राय पर बीसीए के ब्रांड का अवैध इस्तेमाल तथा फर्जी वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। इस मामले में जिन पारसनाथ राय पर आरोप लगाया गया।वे रिटायर्ड जिला जज है।जिन्हें बीसीए के करगुजारियों पर नजर रखने के लिए बीसीसीआई के द्वारा तैनात किया गया था।जब बीसीए के अंदर खाने में चल रहे मामलों को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई।तब ओएसडी मनोज कुमार ने उनके तथा अमित कुमार के विरुद्ध पाटलिपुत्र थाना में एफआईआर दर्ज कर दिया गया। इस पूरे मामले को लेकर आदित्य प्रकाश वर्मा ने पटना उच्च न्यायालय में एक सिविल रिट याचिका दायर किया।जिस पर सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति संदीप कुमार ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को कड़ी फटकार लगाई। सुनवाई के दौरान बीसीए के अधिवक्ता ने न्यायालय में पाटलिपुत्र थाने में दर्ज कराए गए एफआईआर को वापस लेने की बात भी कही। उच्च न्यायालय के द्वारा पाटलिपुत्र थाना में दर्ज एफआईआर के संदर्भ में फिलहाल नो कोर्सिव का आदेश जारी किया गया है। इस पूरे प्रकरण को लेकर बीसीए की कार्यशैली पर फिर से उंगलियां उठनी आरंभ हो गई है। इस पूरे मामले में बीसीए की आगे भी जमकर फजियत होनी तय है।

Author-Ban Bihari

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