खगड़िया से फर्जी दरोगा गिरफ्तार; डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से खुला राज़, सीएम की सुरक्षा में भी लगी थी ड्यूटी

खगड़िया। बिहार के खगड़िया से एक फर्जी दरोगा गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार फर्जी दरोगा सुपौल के वार्ड नंबर सात का रहने वाला है। बताया जा रहा है गिरफ्तार फर्जी दरोगा पिछले तीन महीने से उक्त मकान में किराए पर रह रहा था। जिसके आवास से वर्दी, नेम प्लेट, लैपटॉप, तीन मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार फर्जी दरोगा यहां बीते तीन महीने से उक्त मकान में किराए पर रह रहा था। एसपी अमितेश कुमार के निर्देश पर चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में दरोगा पंकज यादव और अन्य के द्वारा की गई कार्रवाई में फर्जी दरोगा को पकड़ा गया है। वही इस फर्जी दरोगा को आसपास के लोग फर्जी दरोगा को अजय बाबू कहते थे। वो वहां के लोगों को बताता था कि वो बीपीएससी और यूपीएससी पास है और अपना जमाता था। जब थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने फर्जी दरोगा से पूछताछ की, तो उसने बताया कि 2 नवंबर 2022 को वह खगड़िया पुलिस लाइन में नए दारोगा के रूप में योगदान किया है और समाहरणालय के क्राइम ब्रांच में प्रतिनियुक्त है। फर्जी दरोगा ने अपना जॉइनिंग लेटर भी दिया। जब एसपी के आदेश पर उक्त दरोगा के बारे में नेट और पुलिस लाइन में सत्यापन किया गया तो वह फर्जी निकला।
नेवी की नौकरी छोड़ कर रहा था दरोगा की तैयारी
गिरफ्तार अजय यादव ने बताया कि मैं नेवी की नौकरी छोड़कर दरोगा की तैयारी कर रहा था। त्रिवेणीगंज में एक एकडमी दारोगा की तैयारी करा रहा था। वहीं नामांकन करा कर मैंने तैयारी शुरू की। जिसके बाद पीटी और मेंस पास किया। उसने बताया कि एकेडमी के द्वारा सिलेक्शन लेटर के नाम पर लड़कों से रुपए लिए जा रहे थाे। मैंने भी रुपए जमा किए थे।
सीएम की सुरक्षा में भी लगी थी ड्यूटी
रुपए देने के बाद मुझे खगड़िया में ड्यूटी जॉइन करने का आदेश दिया गया। फिर वहां जैसा-जैसा मुझे आदेश मिलता उस अनुसार मैं अपनी ड्यूटी कर रहा था। सहरसा में आयोजित मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में भी मुझे लगाया गया था। लेकिन फिर मुझे चित्रगुप्तनगर थाना में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया। जहां कहा जा रहा है कि हमारा सिलेक्शन लेटर ही गलत है।

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