शिक्षक भर्ती परीक्षा:- ईओयू के रिपोर्ट के बाद होगी बड़ी कार्रवाई,परीक्षा रद्द भी संभव
पटना। बीएससी के द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रश्न पत्र लिख के गूंज को लेकर ईओयू के द्वारा कड़ी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में ईओयू को चौंकाने वाले साक्षी मिल रहे हैं ऐसे में अगर जांच रिपोर्ट प्रतिकूल आती है तो इस परीक्षा को रद्द भी किया जा सकता है। परीक्षा से पहले झारखंड के हजारीबाग से बड़ा सॉल्वर गैंग के गुर्गों को पकड़ा गया है। आर्थिक अपराध इकाई बिहार और झारखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में परीक्षा देने जा रहे करीब 300 परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया है। पकड़े गए परीक्षार्थियों में पटना के अलावा गया नवादा और जहानाबाद हाजीपुर समेत कई जिलों के परीक्षार्थी शामिल हैं। परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक मामले को लेकर बिहार झारखंड में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। बताया जा रहा है कि बीपीएससी टीआरई 3 के सभी परीक्षार्थियों को दो दिन पहले ही हजारीबाग ले जाया गया था। इसके बाद होटल में रखकर यहां प्रश्नों के उत्तर की तैयारी कराई गई थी।
ईओयू की रिपोर्ट के बाद रद्द हो सकती है परीक्षा
सूत्रों के मुताबिक परीक्षा के बाद जब पेपर का मिलान किया गया, तो पेपर हूबहू मिल गए। पुलिस ने पेपर लीक गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि एक अभ्यर्थी से 2 लाख में डील हुई थी। बिहार में शुक्रवार को यह परीक्षा दो पाली में हुई। बताया गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी दो से पांच अलग-अलग बैंक्वेट हॉल में ठहरे थे।
ईओयू ने 5 पांच लोगों पकड़ा
बीपीएससी टीआरई 3 पेपर लीक आशंका को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने बिहार और झारखंड के पांच मास्टरमाइंड को भी पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इनमें से दो लोगों को हजारीबाग से पकड़ा गया, जबकि तीन लोग बिहार के गया, नवादा और जहानाबाद जिले के रहने वाले हैं। बताया जा ईओयू की रिपोर्ट मिलने के बाद बीपीएससी टीआरई-3 परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है। झारखंड की हजारीबाग पुलिस ने बड़ी टोल प्लाजा के आगे जीटी रोड पर पटना जा रही बसों को रोका। इसमें 90 परीक्षार्थी सवार थे। इनसे मिली जानकारी के बाद हजारीबाग बड़ी रोड पर बसों को रोका गया जिसमें 65 परीक्षार्थी सवार थे।