नालंदा में इंजीनियरिंग के छात्र ने की आत्महत्या, प्रेम प्रसंग की आशंका, कमरे में लगाई फांसी
नालंदा। बिहार के नालंदा जिले से सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक 22 वर्षीय इंजीनयरिंग छात्र का शव उसके ही कमरे में फंदे से लटका मिला। घटना नालंदा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव की है, जहां युवक की मौत के बाद पूरे गांव में शोक और तनाव का माहौल व्याप्त है। मृतक की पहचान शशि भूषण कुमार के रूप में की गई है, जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था।
सुबह कमरे में मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
परिजनों के अनुसार, शशि भूषण कुमार रविवार रात रोज की तरह अपने कमरे में सोने गया था। सोमवार सुबह जब वह देर तक बाहर नहीं निकला, तो परिजनों को चिंता हुई। इसके बाद परिवार के लोग उसके कमरे में पहुंचे। वहां का दृश्य बेहद भयावह था। कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और शशि भूषण के गले में रस्सी लिपटी हुई थी। यह देखते ही परिजनों के होश उड़ गए और पूरे घर में चीख-पुकार मच गई।
गांव में पसरा मातम, लोगों में दहशत
घटना की खबर फैलते ही लक्ष्मीपुर गांव में मातम पसर गया। आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में मृतक के घर पर जुट गए। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि पढ़ाई में तेज और शांत स्वभाव का शशि भूषण इस तरह का कदम उठा सकता है। गांव में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं और लोग इसे सामान्य आत्महत्या मानने को तैयार नहीं दिखे।
भाई ने लगाया हत्या का आरोप, पड़ोसी पर शक
मृतक के भाई सोनू कुमार ने इस घटना को आत्महत्या मानने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक सोची-समझी हत्या है। परिजनों का सीधा आरोप पड़ोसी श्रवण चौधरी पर है। परिवार का कहना है कि श्रवण चौधरी को अपनी पत्नी और शशि भूषण कुमार के बीच प्रेम-प्रसंग का शक था, जिसे लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुका था।
प्रेम-प्रसंग के शक को लेकर पहले भी हुआ था विवाद
परिजनों के अनुसार, प्रेम-प्रसंग के शक को लेकर दोनों परिवारों के बीच तनाव काफी समय से चल रहा था। विवाद बढ़ने पर गांव स्तर पर एक पंचायत भी बुलाई गई थी। पंचायत में दोनों पक्षों को सख्त हिदायत दी गई थी कि वे एक-दूसरे से दूरी बनाए रखें और किसी तरह का संपर्क न करें। पंचायत के फैसले के बाद मामला शांत जरूर हुआ, लेकिन परिजनों का आरोप है कि आरोपी पक्ष के मन में रंजिश बनी रही।
पंचायत के बाद भी नहीं खत्म हुई रंजिश?
मृतक के परिवार का दावा है कि पंचायत के निर्देशों के बावजूद पड़ोसी श्रवण चौधरी की नाराजगी खत्म नहीं हुई थी। परिजनों का मानना है कि इसी रंजिश के चलते शशि भूषण की हत्या की गई और मामले को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है। परिवार ने पुलिस से इस एंगल से गहन जांच की मांग की है।
पुलिस जांच में जुटी, सभी पहलुओं पर हो रही पड़ताल
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस और वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कमरे की बारीकी से जांच की और परिजनों से पूछताछ की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में दोनों पहलुओं—आत्महत्या और हत्या—को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि शुरुआती साक्ष्य आत्महत्या की ओर भी इशारा कर रहे हैं, लेकिन परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी जांच की दिशा
पुलिस का कहना है कि मौत के असली कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस पुराने विवाद, पंचायत के फैसले और मृतक के सामाजिक व पारिवारिक संबंधों की भी जांच कर रही है।
छात्र की मौत से उठे कई सवाल
इंजीनियरिंग जैसे कठिन कोर्स की पढ़ाई कर रहे एक युवा छात्र की इस तरह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सचमुच आत्महत्या है या फिर किसी साजिश का नतीजा? पुलिस के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण मामला बन गया है।
परिजनों को न्याय की उम्मीद
शशि भूषण कुमार के परिजन गहरे सदमे में हैं, लेकिन उन्हें पुलिस और प्रशासन से न्याय की उम्मीद है। उन्होंने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और अगर यह हत्या है तो दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले। फिलहाल नालंदा पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी हुई है। पूरे मामले की सच्चाई अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद ही सामने आ पाएगी।


